रुद्रप्रयाग, 19 जून (Udaipur Kiran) । छह वर्ष से पांच किमी लंबे तोणीडाली-काकडग़ाड़ मोटर मार्ग का निर्माण छह वर्ष बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। आधा-अधूरे मोटर मार्ग के निर्माण से स्थानीय को अब भी तहसील मुख्यालय ऊखीमठ पहुंचने के लिए लंबा फेर लगाना पड़ रहा है। वर्ष 2012 में ऊखीमठ आपदा में क्षतिग्रस्त हुए कुंड-ऊखीमठ मोटर मार्ग के वैकल्पिक मार्ग के तौर पर काकडग़ाड से तहसील मुख्यालय ऊखीमठ तक छह किमी तोणीडाली-काकडग़ाड मोटर मार्ग की योजना बनाई गई।
26 जनवरी 2019 से लोनिवि ने मार्ग का निर्माण शुरू किया गया, पर छह वर्ष बाद भी मार्ग आधा-अधूरा पड़ा है। मार्ग का निर्माण पूरा नहीं होने से पठाली व जाखणी गांव के ग्रामीणों को तहसील मुख्यालय पहुंचने के लिए अब भी 11 किमी की दौड़ लगानी पड़ रही है, जबकि इस मार्ग के बनने से यह दूरी सिर्फ छह किमी रह जाती। यह वैकल्पिक मोटर मार्ग केदारनाथ, मद्महेश्वर और तुंगनाथ यात्रा के लिए भी मुफीद होता।
पठाली गांव निवासी प्रदीप त्रिवेदी, आनंद बिष्ट, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य विजयलक्ष्मी तिवारी, निवर्तमान उप प्रधान मनवर सिंह नेगी, कमल तिवारी, देवेंद्र राणा, जगदीश राणा, सुरेंद्र सिंह, गुलाब सिंह पंवार आदि का कहना है कि इस पांच किमी मोटर मार्ग का कार्य आधा-अधूरा होने से उनकी खेतीबाड़ी भी चौपट हो रही है। साथ ही 50 से अधिक काश्तकारों को भूमि के कटान और दबान मुआवजा भी नहीं मिल पाया है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज भट्ट ने बताया कि छह किमी मार्ग निर्माण के लिए 4.80 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। मार्ग का कटान 5:940 मीटर हो चुका है। शेष 60 मीटर कठोर पहाड़ी है, जिसका कटान जल्द शुरू किया जाएगा। पूरे मार्ग पर सुरक्षा दीवार लगाई जानी हैं। आगामी यात्रा शुरू होने से पहले मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा।
केदारनाथ विस विधायक आशा नौटियाल ने बताया कि लंबित सड़क का कार्य जल्द पूरा करने के लिए विभाग को निर्देश दिए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
