
मुरादाबाद, 18 जून (Udaipur Kiran) । भगवान सभी जगह व्याप्त हैं। यह हम सभी जानते हैं लेकिन हमारे अंतःकरण में भगवान की स्थापना कैसे हो, भगवान का दर्शन कैसा है, भगवान कैसे हैं, कैसे भगवान तक पहुंचा जाए, ऐसे सभी सवालाें उत्तर तब ही मिल सकता है जब हमारे जीवन में कोई गुरु हमको मार्ग दिखाने वाले हों। इसीलिए गुरु की महत्ता को भगवान से भी अधिक महत्व दिया गया है। यह बातें बुधवार को पीठासीन जगदाचार्य स्वामी उपेंद्र आनंद जी महाराज ने स्वामी नारदानंद कृषि आश्रम में आयोजित श्री गुरु पूजा महोत्सव में कही।
आदि जगदाचार्य स्वामी नारदानंद सरस्वती जी महाराज के समय से चली आ रही वर्षों पुरानी समृद्धि परंपरा के अंतर्गत स्वामी नारदानंद कृषि आश्रम में प्रत्येक वर्ष मनाए जाने वाले गुरु पूजा महोत्सव में आज पांच प्रदेशों की यात्रा के उपरांत उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाले पीठासीन जगदाचार्य स्वामी उपेंद्र आनंद जी महाराज का भव्य स्वागत अभिनंदन और गुरु पूजन हुआ।
प्रख्यात संगीतज्ञ डॉ. विनीत गोस्वामी ने भगवान कृष्ण को समर्पित एक सुंदर भजन प्रस्तुत किया। राजकुमार गोस्वामी ने गुरु की महिमा एवं भगवान कृष्ण के महारास का सुंदर चित्रण भजनों के माध्यम से किया। कार्यक्रम के संयोजक एवं आश्रम के अध्यक्ष बाबा संजीव आकांक्षी, आश्रम के मार्गदर्शक मुन्ना गुरुजी, नत्थूराम कश्यप, प्रमोद रस्तोगी, डॉ. बृजपाल सिंह यादव, नीरज मित्तल, अशोक गुप्ता, नवीन रोहिल्ला, राघव शर्मा, अमित शर्मा, वर्तिका शर्मा, निधि शर्मा, प्रेमनाथ यादव आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
