
नाहन, 14 जून (Udaipur Kiran) । सिरमौर जिला के पच्छाद उपमंडल के बरीवड़ी गांव के सुरेंद्र प्रकाश शर्मा आज स्वरोजगार अपनाकर स्वावलंबन की मिसाल बन चुके हैं। अपनी मेहनत, दूरदर्शिता और संकल्प के बल पर उन्होंने न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गए हैं। सुरेंद्र शर्मा का पारिवारिक व्यवसाय पारंपरिक खेती था। पच्छाद क्षेत्र की अनुकूल जलवायु में वह नगदी और पारंपरिक फसलों की खेती करते थे। हालांकि खेती के दौरान उन्हें सिंचाई, मौसम और जंगली जानवरों से फसलों को बचाने जैसी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
यहीं से उनके मन में एक विचार आयाहार्ड वर्क की बजाय स्मार्ट वर्क किया जाए। जब उन्होंने जाना कि हिमाचल सरकार युवाओं को स्वरोजगार के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, तो उन्होंने अपनी सोच को दिशा दी।
सुरेंद्र शर्मा ने 2022-23 में जिला उद्योग केंद्र नाहन के माध्यम से 95 लाख रुपये का ऋण लिया। इस परियोजना में उन्हें 24 लाख रुपये का अनुदान और 5 प्रतिशत ब्याज उपदान का लाभ मिला। उन्होंने इस पूंजी का उपयोग सिरमौर और सोलन जिलों की सीमा पर मरयोग के समीप ‘संगम अम्यूजमेंट पार्क’ नामक एक रिज़ॉर्ट स्थापित करने में किया।
इस रिसॉर्ट में आज 6 कॉटेज, 1 रेस्टोरेंट, 1 स्विमिंग पूल और 15 कैंपिंग टेंट हैं। कॉटेज का किराया 2,000 रुपये प्रतिदिन, कैंपिंग टेंट का 500 रुपये प्रतिदिन और स्विमिंग पूल का 100 रुपये प्रति घंटा रखा गया है।
वर्ष 2024 में सुरेंद्र शर्मा को लगभग 25 लाख रुपये की कुल आय हुई, जिसमें से 20 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा रहा। वर्तमान में वह 5 अन्य लोगों को रोजगार दे रहे हैं।
संगम अम्यूजमेंट पार्क न केवल आम पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है, बल्कि यह डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, शूलिनी विश्वविद्यालय, एलआर कॉलेज और सोलन के युवाओं का पसंदीदा वीकेंड गेटवे बन गया है। यहां जन्मदिन, सालगिरह और सेवानिवृत्ति पार्टियों का भी आयोजन होता है, जिससे सुरेंद्र की आय और प्रतिष्ठा दोनों में वृद्धि हो रही है।
राजगढ़ निवासी हितेश कहते हैं, यहां का वातावरण बेहद शांत और मन को सुकून देने वाला है। हम अक्सर अपने दोस्तों के साथ यहां समय बिताने आते हैं।
(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
