
राजगढ़, 11 जून (Udaipur Kiran) । प्रत्येक शिक्षण संस्थान में शिक्षा, खेलकूंद, बौद्विक और शारीरिक दक्षता का ज्ञान दिया जाता है, लेकिन हमारे सरस्वती विद्या मंदिर में इसके अलावा संस्कार देने की भी व्यवस्था है, यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ संस्कार और नैतिक ज्ञान भी दिया जाता है। यह बात सांसद रोडमल नागर ने बुधवार को पचोर के सरस्वती विद्या मंदिर में मुख्य स्वागत द्वार और बाउंड्रीवाल के लोकार्पण के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि मनुष्य और अन्य जीवों में केवल एक ही अंतर है वह है विवेक। भगवान ने मनुष्य को ही विवेक दिया है और विवेक से ही वह शिक्षित संस्कारवान बनता है। पचोर के सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विधालय में मुख्य स्वागत द्वार और बाउंड्रीवाल का लोकार्पण किया गया साथ ही इस मौके पर प्रतिभा सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मध्यभारत प्रांत के संघचालक हेमंत सेठिया ने कहा कि वर्तमान समय में जब सभी अंग्रेजी की ओर भाग रहे है वहीं यह विधालय बच्चों को ज्ञान और संस्कार के साथ भारतीयता व राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा रहे है। कार्यक्रम में केशव शिक्षण समिति के अध्यक्ष मोहन नागर, विकास करोड़िया सहित बड़ी संख्या में अभिभावक, विधार्थी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक
