
जयपुर, 9 जून (Udaipur Kiran) । देश को नशा मुक्त भारत-2047 के लक्ष्य की ओर ले जाने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन एमएएनएएस-1933 का शुभारंभ किया है। इस हेल्पलाइन के माध्यम से आमजन ड्रग्स तस्करी संबंधी सूचना गुप्त रूप से साझा कर सकते हैं और नशे के आदी व्यक्तियों के पुनर्वास एवं काउंसलिंग के लिए मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सकते हैं।
केंद्र सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत शुरू किए गए इस प्लेटफार्म को देशभर की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स से जोड़ा गया है, ताकि ड्रग्स तस्करी पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। यह हेल्पलाइन चौबीस घंटे सक्रिय रहेगी और सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी।
गृह विभाग के संयुक्त शासन सचिव महेन्द्र कुमार खींची द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सभी राज्य स्तरीय विभागों को कहा गया है कि एमएएनएएस-1933 हेल्पलाइन का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। इसके तहत स्कूल, कॉलेज, पंचायत स्तर तक इस हेल्पलाइन की जानकारी पहुंचाई जाएगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस प्लेटफार्म का लाभ उठा सकें।
हेल्पलाइन के अतिरिक्त पोर्टल पर जनजागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर, वीडियो, ब्रोशर आदि भी उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें आमजन देख सकते हैं, डाउनलोड कर सकते हैं और साझा कर सकते हैं।
गृह विभाग ने सभी विभागों से प्रचार-प्रसार की प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर विभाग को भेजने के निर्देश भी दिए हैं। सरकार को उम्मीद है कि एमएएनएएस-1933 के जरिये ड्रग्स तस्करी की रोकथाम के साथ-साथ ड्रग एडिक्ट व्यक्तियों के सामाजिक पुनर्वास को भी एक नई दिशा मिलेगी।
ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में समाज के हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। एमएएनएएस-1933 इस दिशा में एक सशक्त माध्यम बनेगा।
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(Udaipur Kiran)
