Haryana

हिसार की बेटी तन्नू ढांडा बनी भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर

तन्नू का स्वागत करते ग्रामीण।
तन्नू को आशीर्वाद देते ग्रामीण व बुजुर्ग।

तन्नू को ऑल इंडिया में मिली पांचवीं रैंक, ग्रामीणों ने किया स्वागत

हिसार, 9 जून (Udaipur Kiran) । जिले के नारनौंद उपमंडल के गांव मिर्चपुर की बेटी तन्नू

ढांडा ने भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनी है। तन्नू ने ऑल इंडिया में पांचवीं

रैंक हासिल की है।

तन्नू के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने सोमवार को उसका भव्य स्वागत किया। मुख्य

बस स्टेंड पर स्वागत के बाद खुली जिप्सी में बैठाकर पूरे गांव में रोड शो निकाला गया।

गांव की गलियों में महिलाओं और पुरुषों ने फूल मालाएं पहनाकर उनका अभिनंदन किया। इसके

बाद राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। तन्नू

ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और गांव के सहयोग को दिया। तन्नू

ने बताया कि दो साल तक पूरी तरह पढ़ाई में जुटी रही। गौरव की बात है कि तन्नू ने सभी

इंटरव्यू हरियाणवी भाषा में दिए। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चे शहरी बच्चों से किसी

मायने में कम नहीं हैं। संकल्प और मेहनत से गांव से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते

हैं।

तन्नू की इस उपलब्धि से गांव की बेटियों और युवाओं को नई प्रेरणा मिली है।

कार्यक्रम में सरपंच अशोक ढांडा, पूर्व सरपंच सत्यवान उर्फ सत्तू, मीर सिंह, मास्टर

चंद्र प्रकाश, ओमप्रकाश ढांडा और उदयवीर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

तन्नू ने बताया कि उसने बीते दो वर्षों में पढ़ाई के अलावा हर चीज से दूरी

बना ली थी। यहां तक कि वह रिश्तेदारों की शादियों में भी नहीं गई। मोबाइल का इस्तेमाल

भी अधिकतर पढ़ाई के लिए ही किया। सुबह दौड़ना, दिनभर पढ़ाई, मां के घरेलू कामों में

हाथ बंटाना और शाम को बैडमिंटन खेलना उसकी दिनचर्या का हिस्सा रहा।

तन्नू ने बताया कि एक जुलाई से उसकी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। उसने कहा कि सफलता

के रास्ते में कठिनाइयां जरूर आती हैं, लेकिन अगर जुनून सच्चा हो तो कोई भी बाधा बड़ी

नहीं लगती। उसने गांव की अन्य बेटियों को संदेश दिया कि लक्ष्य तय करके निरंतर मेहनत

करें, एक दिन सफलता जरूर कदम चूमेगी।

तन्नू के पिता वीरेंद्र ढांडा टीजीटी गणित के पद पर जींद जिले के गांव घोघडिय़ा

में कार्यरत हैं, जबकि मां मीनू कैथल के गांव किछाना में जेबीटी टीचर हैं। दोनों ने

बताया कि तन्नू शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। वह खुद सुबह पांच बजे उठती, दौड़

लगाती, योग करती और फिर पढ़ाई में जुट जाती थी। गांव मिर्चपुर के लोगों ने कहा कि तन्नू

की इस उपलब्धि ने गांव को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। ग्रामीणों ने बेटी को

आशीर्वाद देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।

फोटो :

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(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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