
बागपत, 9 जून (Udaipur Kiran) । जिले में प्रदेश का पहला सार्वजनिक स्तनपान कक्ष ‘आंचल’ स्थापित किया गया है। बड़ौत बस डिपो पर तैयार किया गया यह कक्ष अब महिलाओं को खुले में स्तनपान कराने की असहजता और संकोच से मुक्ति देगा। स्तनपान बूथ का उद्घाटन साेमवार काे जिलाधिकारी
अस्मिता लाल ने एक महिला यात्री के हाथों फीता कटवाया कर दिया।
जिलाधिकारी ने इससे संदेश दिया कि बदलाव की असली ताकत महिलाएं ही हैं। उन्हाेंने कहा कि स्तनपान कक्ष एक सुविधा ही नहीं बल्कि यह पर्यावरणीय जागरूकता का प्रतीक भी है। इसे 350 किलो प्लास्टिक, 170 किलो आयरन स्क्रैप और 15 किलो लकड़ी जैसी पुनः उपयोग की गई वस्तुओं से तैयार किया गया है। यह दर्शाता है कि सामाजिक संवेदनशीलता और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व दोनों को साथ लेकर भी योजनाएं सफल की जा सकती हैं।
इस पूरे निर्माण और संचालन में लिटिल फिट फाउंडेशन और डॉ. अभिनव तोमर की प्रमुख भूमिका रही, जिन्हें डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ का भी तकनीकी सहयोग प्राप्त हुआ।
डॉ. अभिनव तोमर का कहना है कि यह पहल ग्रामीण और कस्बाई इलाकों से शहर आने वाली उन माताओं के लिए बहुत बड़ी राहत होगी, जो अब तक सार्वजनिक स्थानों पर असहज महसूस करती थीं। यह नवजात के पोषण, विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी एक बेहद अहम कदम है।
उन्हाेंने कहा कि भारत में लाखों महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर शिशु को स्तनपान कराने में असहजता महसूस करती हैं, जिससे नवजातों का पोषण प्रभावित होता है। ऐसे में यह कक्ष ना सिर्फ मां और बच्चे के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देगा, बल्कि महिलाओं को घर से बाहर निकलने और आत्मनिर्भर बनने के रास्ते भी खोलेगा।
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(Udaipur Kiran)
