
गोपेश्वर, 09 जून (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के पोखरी विकासखंड के सिवाई स्थित बनातोली में मां चंडिका का पौराणिक जल स्राेत रेलवे के निमार्ण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस पर मन्दिर समिति ने रेलवे से धारा निमार्ण की मांग की गई थी लेकिन लंबा समय गुजर जाने के बाद भी रेलवे ने जल स्राेत का सुधारीकरण नहीं करवाया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को धरना देते हुए रेलवे के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
क्षेत्र के 27 गांवों की अराध्या मां चंडिका भक्तों ने सोमवार को सिवाई पहुंचकर धरना देते हुए रेवले के विरोध में प्रदर्शन किया। मंदिर समिति के अध्यक्ष दिलबर सिंह और सचिव ईश्वर सिंह ने कहा रेलवे ने मां चंडिका का पौराणिक जल स्राेत रेलवे निमार्ण कार्य के दौरान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसको लेकर रेलवे से लेकर जिला प्रशासन को भी निमार्ण कार्य को लेकर अवगत कराया गया लेकिन दो माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी धारे का निर्माण कार्य नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा मां चंडिका की दिवारा यात्रा होनी है। इससे पहले जल स्राेत का निर्माण होना है। जिसको लेकर 27 गांवों के ग्रामीण ने पौराणिक धारा निमार्ण न बनने से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है जब तक पौराणिक धारे का निर्माण नहीं होता रेलवे के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इस अवसर पर संदीप सिंह, राजेंद्र सिंह, जयकृत सिंह, धीरेंद्र राणा, विनोद सिंह, संजय सिंह, दर्शन सिंह समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल
