
श्रीनगर, 09 जून (Udaipur Kiran) । कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र का मनोबल बढ़ाने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के आठ जस्टिस अपने-अपने परिवारों के साथ इस समय घाटी के दौरे पर हैं। उनकी यात्रा को क्षेत्र की सुरक्षा, शांति और मजबूत विश्वास के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
घाटी के दौरे पर आने वाले गणमान्य व्यक्तियों में जस्टिस विनोद एस भारद्वाज, जस्टिस पंकज जैन, जस्टिस जसजीत सिंह बेदी, जस्टिस निधि गुप्ता, जस्टिस हरकेश मनुजा, जस्टिस अमन चौधरी, जस्टिस एन.एस. शेखावत और जस्टिस विक्रम अग्रवाल हैं। उनके कार्यक्रम में कश्मीर के प्रतिष्ठित आकर्षणों की यात्रा, शालीमार और निशात के राजसी मुगल गार्डन में टहलना, डल झील पर सूर्यास्त के समय शिकारा की सवारी, परी महल में ऐतिहासिक सैर और पोलो व्यू मार्केट की स्थानीय जीवंतता में डूबी शाम शामिल है। पहलगाम की घटना के तुरंत बाद इन जस्टिस की हाई प्रोफाइल यात्रा को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्वासन के रूप में देखा जा रहा है।
घाटी के होटल व्यवसायी, ट्रैवल एजेंट, शिल्पकार और स्थानीय गाइड पहले से ही बुकिंग और पूछताछ में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे हैं। श्रीनगर में एक टूर ऑपरेटर ने कहा कि उनकी उपस्थिति केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह देश के बाकी हिस्सों और उससे परे एक शक्तिशाली संदेश भेजती है कि कश्मीर सभी आगंतुकों के लिए स्वागत योग्य, शांतिपूर्ण और सुरक्षित है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस विक्रम अग्रवाल ने घाटी में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने देश भर के पर्यटकों से कश्मीर आने और इसकी बेजोड़ प्राकृतिक सुंदरता और आतिथ्य का आनंद लेने का आग्रह किया।
इस यात्रा को स्थानीय पर्यटन अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुत जरूरी मनोबल बढ़ाने वाला भी माना जा रहा है। कई लोग इसे हाल की असफलताओं के बाद विश्वास बहाल करने में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देख रहे हैं। कश्मीर के मनमोहक परिदृश्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत यात्रियों को आकर्षित करते रहते हैं।————————
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
