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सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो देश के सभी मंदिर : मिलिंद परांडे

–लव जेहाद, मतांतरण एवं गौहत्या के विरुद्ध केंद्र और राज्य सरकारें बनाएं कानून : मिलिंद परांडे

–काशी विश्वनाथ और श्रीकृष्ण जन्मभूमि का समाधान शीध्र

–बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के माध्यम से जेहादी हिंसा पर लगाम

गोरखपुर, 08 जून (Udaipur Kiran) । अयोध्या में राम लला विराजमान हैं, राम दरबार की प्रतिष्ठा भी हो चुकी है। कुछ कार्य शेष रह गया है जिसके दिसम्बर तक पूरा होने की सम्भावना है। काशी विश्वनाथ मंदिर तधा मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का समाधान शीध्र होगा ऐसा हिंदू समाज का विश्वास है और ऐसी श्रद्धा रखनी चाहिए। यह कहना है विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन मंत्री मिलिंद परांडे का।

मिलिंद परांडे देवरिया रोड स्थित संस्कृति पब्लिक स्कूल में पत्रकाराें से बात कर रहे थे। यह पूछे जाने पर कि वर्तमान में विश्व हिंदू परिषद का महत्वपूर्ण ऐजेण्डा क्या है। केन्द्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि अब, पूरे देश में हिंदू मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, युवाओं में नशा मुक्ति, हिंदू समाज को बांटने वाली ताकतों के विरुद्ध अभियान, समाजिक कुरितियों के विरुद्ध जागरण, कमजोर तबके के उत्थान के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए सेवा कार्य, जेहादी हिंसा के विरुद्ध जागरण, लव जेहाद, मतांतरण एवं गौहत्या के विरुद्ध केंद्र और राज्य सरकारों से कानून बनाया जाना और हिंदू जन्म दर को तीव्र किया जाना है।

श्री परांडे ने विस्तार से बताते हुए कहा कि पूरे देश के मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने थिंक टैंक की स्थापना की है। जिसमें आचार्य समाज के संत, हाईकोर्ट के रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश तथा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील शामिल हैं। सभी ने मिलकर कानून का प्रारुप बनाया है जिसके साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं अनेक राज्यों के विधायकों से मिलकर चर्चा की जा रही है। हमारा प्रयास है कि इसे कानूनी मान्यता प्राप्त हो। दूसरा सबसे बड़ा कार्य युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति है। इसे लेकर दक्षिण भारत में एक बड़ा सम्मेलन कराया जा चुका है। उत्तर भारत में बड़े कार्यक्रम कर इसे अभियान का रुप देना है। इसके लिए आंध्र प्रदेश, विहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विशेष रूप से प्रयास किया जा रहा है। नशा मुक्ति के लिए बजरंग दल के माध्यम से पिछले वर्ष 500 प्रखंडों में कार्यशाला आयोजित की गई थी इस बार इसे और विस्तारित किया जाना है। श्री परांडे ने कहा कि तीसरी सबसे बड़ी चुनौती उन ताकतों के विरुद्ध है जो समाज को बांटने में लगे हैं। इनमें कम्यूनिस्टों के साथ विदेशी ताकतें भी शामिल हैं। जन जागरण से ही इन ताकतों पर काबू पाया जा सकता है।

केंद्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि समाज में व्याप्त कुरितियां यथा दहेज प्रथा, जाति भेद है। समाज को जागृत कर इसे दूर किया जा सकता है। विश्व हिंदू परिषद विभिन्न जाति बिरादरी के पुजारी खड़े करने और उनको प्रशिक्षित करने में लगा हुआ है। जिससे हिंदू समाज को बांटने वाली ताकतों को चुनौती दी जा सके। विहिप के अन्य महत्वपूर्ण ऐजेण्डे में गरीबों का उत्थान, उनके शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए सेवा कार्य है। अभी 5500 इकाइयां देश भर में कार्य कर रही हैं जिसे बढ़ाकर तीन गुना किया जाना है। लव जेहाद मतांतरण और गौहत्या के मामले में केंद्र और सभी राज्यों से कानून बनाया जाए ऐसा प्रयत्न करने के साथ बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के माध्यम से जेहादी हिंसा के विरुद्ध हिंदू समाज में जागृति पैदा हो इसके लिए योजना बनाई गई है।

यह पूछे जाने पर कि समय समय पर कुछ राजनेता हिंदू समाज के प्रति विष वमन करते हैं, इसको लेकर परिषद का क्या मानना है। केंद्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि ऐसे राजनेताओं का प्राण सत्ता है। हिंदू समाज को जागरूक होकर इसका प्रतिकार करना होगा। यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे हिंदू विरोधी मानसिकता वाले नेता जीतकर संसद अथवा विधानसभा में न जाने पाएं। हिंदू हित देखकर मतदान करना ही इसका समाधान है। हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर उन्होंने हिंदू समाज को आगाह करते हुए कहा कि यह ध्यान रहे कि हिंदू परिवार में कम से कम दो या तीन बच्चे जरुर हों।

बतादें कि केंद्रीय संगठन मंत्री यहां संस्कृति पब्लिक स्कूल में परिषद के चल रहे 10 दिवसीय परिषद शिक्षा वर्ग में उपस्थित प्रशिक्षार्थियों को सम्बोधित करने के लिए आए हैं।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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