
धमतरी, 8 जून (Udaipur Kiran) । सालों से जिले के 181 स्कूल शिक्षकविहीन था और कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई थी। इन स्कूलों में पढ़ाई का बुराहाल था, लेकिन अब युक्तियुक्तकरण से इन स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना की गई है, इससे अब पढ़ाई के स्तर में सुधार आने की संभावना है। जिले के 111 स्कूलों को अब जाकर गणित व विज्ञान के शिक्षक मिले है। 181 में से 144 स्कूलों को शिक्षक मिल गए है।
जिले के नगरी विकासखंड में 181 शिक्षक विहीन स्कूलों में से 144 स्कूलों को अब शिक्षक मिल चुके हैं। इससे इन शालाओं में शैक्षणिक वातावरण बेहतर होगा। राज्य शासन के दिशा-निर्देश में जिले में अतिशेष शिक्षकों के काउंसलिंग की प्रक्रिया पूर्ण होने पश्चात अब जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में मौजूद शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों को नए शिक्षक मिल चुके हैं। इससे अब न केवल इन क्षेत्रों के स्कूलों को नए शिक्षक मिले है बल्कि विद्यार्थियों के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी सुनिश्चित हुई है। जिले के वनंचाल सुदूर क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। शिक्षक नहीं होने से कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों का भविष्य अधर में था, लेकिन आज युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शाला को शिक्षक मिलने से बच्चों के भविष्य को आशा की एक नई किरण दिखने लगी है।
शिक्षक नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन युक्तियुक्तकरण से शाला शालाओं में शिक्षकों की नियुक्ति कि गई है, इससे बच्चों की पढ़ाई बेहतर होगी। युक्तियुक्तकरण से पहले जिले के मैदानी इलाकों के स्कूलों में दर्ज संख्या के मान से अधिक शिक्षक कार्यरत थे और वहीं दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के मान से शिक्षक कार्यरत नहीं होने के कारण शिक्षक, छात्र-छात्राओं के अध्यापन कार्य में जो असंतुलन की स्थिति निर्मित थी। संसाधनों के इस असंतुलित वितरण से कई विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा था। विषय शिक्षकों की उपलब्धता नहीं होने से छात्रों को गणित और विज्ञान जैसे विषयों पर पकड़ बनाने में दिक्कत होती थी। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से दूर करने का कार्य किया गया है।
अभी भी 37 स्कूल एकल शिक्षकीय
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि जिले के 111 स्कूलों में गणित विज्ञान के शिक्षक नहीं थे, अब युक्तियुक्तकरण के पश्चात सभी जगह विज्ञान के शिक्षकों के माध्यम से क्लास शुरू की जाएगी। गणित विज्ञान के शिक्षक इन स्कूलों में दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के 172 स्कूल एकल शिक्षक और तीन स्कूल शिक्षक शिक्षकविहीन थे। दूरस्थ अंचल जैसे दक्षिण मगरलोड नगरी विकासखंड और डूबान क्षेत्र में शिक्षकों की कमी को पूरा कर समाधान निकाला गया है। युक्तियुक्तकरण पश्चात सभी शिक्षकों ने ज्वाइन कर लिया है। इन क्षेत्रों में शिक्षकों की नियुक्ति से क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, पालकों और स्कूली बच्चों में उत्साह है। जिले में 181 अतिशेष शिक्षक थे, अब 37 स्कूल ही ऐसे हैं जहां पर एकल शिक्षक होंगे। 144 स्कूल एकल शिक्षक से हट गए हैं। बच्चों के शिक्षण कार्य में जो समस्या होती थी, अब उसे राहत मिल पाएगी। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
