Jammu & Kashmir

केसरी ने बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए लंगर सामग्री पर कर छूट की मांग की

केसरी ने बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए लंगर सामग्री पर कर छूट की मांग की

जम्मू, 8 जून (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी के नेतृत्व में शिव सेना हिंदुस्तान ने बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए लंगर वस्तुओं पर कर लगाने पर चर्चा के लिए एक बैठक की। संगठन ने मांग की है कि सरकार सिख गुरुद्वारों के लिए तय की गई मिसाल का हवाला देते हुए लंगर की वस्तुओं को करों से छूट दे।

केसरी ने मांग की कि सरकार विशेष रूप से बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए लंगर वस्तुओं पर कर माफ कर दे, क्योंकि ये वस्तुएं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के भक्तों द्वारा दान की जाती हैं। उन्होंने क्षेत्र में आतंकवाद और नार्को-आतंकवाद के खतरे को देखते हुए सरकार को यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

बाबा अमरनाथ यात्रा हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है और लंगर (सामुदायिक रसोई) तीर्थयात्रियों की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि लंगर वस्तुओं पर कर लगाना एक लंबे समय से चला आ रहा मुद्दा रहा है शिव सेना हिंदुस्तान पिछले 11 वर्षों से करों से छूट की मांग कर रही है।

केसरी ने दावा किया कि लंगरों या सामुदायिक रसोई पर कर से विशेषकर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। लंगर के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल, जैसे घी, चीनी और दालों पर माल और सेवा कर (जीएसटी) लगाया गया है,जो हजारों भक्तों के लिए भोजन तैयार करने के लिए आवश्यक हैं। हालाँकि लंगरों में परोसा जाने वाला भोजन जीएसटी के अधीन नहीं है।

केसरी ने कहा सामग्री की खरीद पर कर लगाया जाता है जो धार्मिक संस्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण बोझ हो सकता है। केसरी ने कहा कि लंगर जाति, पंथ या सामाजिक स्थिति की परवाह किए बिना सभी को भोजन परोसता है जिससे एकता और समानता की भावना को बढ़ावा मिलता है।

(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता

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