
मालदह, 08 जून (Udaipur Kiran) । जिले के सभी प्राथमिक विद्यालय एक महीने की गर्मी की छुट्टी के बाद फिर से खुल गए हैं। लेकिन कई स्कूलों में पीने के पानी की टंकियों की सफाई नहीं होने पर अभिभावकों की ओर से सवाल उठने लगे हैं। उनका आरोप है कि एक महीने से स्कूल बंद होने के कारण पेयजल टंकियों में गंदगी जमा हो गई है। पानी की पाइपों में काई जम गई है। उस पानी को बिना साफ किए पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उस पानी को पीने से कई तरह की बीमारियां और बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है।
अभिभावकों की मांग है कि स्कूल प्रशासन छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए तत्काल ध्यान दे। बहरमपुर सदर के पश्चिम सर्कल के स्कूलों के निरीक्षक सुभाशीष दे ने कहा कि अभिभावकों का तर्क बिल्कुल सही है। सर्कल के सभी स्कूलों को पेयजल टंकियों की सफाई करने के निर्देश भेजे जा रहे हैं। एक-दो दिन में टंकियों और पाइपों का काम पूरा करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। सभी स्कूलों में 29 मई को ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया था। सोमवार यानी दो जून से सभी स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो गईं। कक्षाओं सहित स्कूल परिसर की सफाई की गई। लेकिन ऐसी शिकायतें मिली हैं कि कई स्कूलों के पेयजल टैंक और पाइपलाइन की सफाई नहीं की गई है। और अभिभावकों के एक वर्ग ने इस बारे में बोलना शुरू कर दिया है।
सदर पश्चिम सर्किल के तेजपाल लोहिया जीएसएफपी स्कूल के एक अभिभावक ने कहा कि मुझे स्कूल की पढ़ाई को लेकर कोई शिकायत नहीं है। लेकिन शिक्षकों को छात्रों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए। स्कूल अधिकारियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद पेयजल टैंकों की सफाई करानी चाहिए थी। हम मांग करते हैं कि इसे तुरंत किया जाए।
मनिंद्रनगर इलाके के एक अभिभावक अचिंत्य साहा ने कहा, एक महीने बंद रहने के बाद स्कूल खुल गया है। लेकिन स्कूल खुलने से पहले शिक्षकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
