Chhattisgarh

शहर के कई वार्ड में दूषित पेयजल सप्लाई की शिकायत, जल जनित बीमारी फैलने का अंदेशा

टैंकर से पानी लेते हुए शहरवासी। फाईल
नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए वार्ड पार्षद।

शहरवासियों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहा निगम प्रशासन : विशु देवांगन

धमतरी, 6 जून (Udaipur Kiran) । धमतरी शहर के 40 वार्डों में नगर निगम के विभिन्न संसाधनों से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। शहर के कुछ एक वार्ड में दूषित पेयजल सप्लाई होने की शिकायत मिली है, इससे जल जनित बीमारी फैलने का अंदेशा बना हुआ है। संबंधित वार्ड के पार्षद नगर निगम कार्यालय पहुंचकर दूषित पेयजल सप्लाई की शिकायत कर रहे हैं। वर्षा ऋतु के पूर्व जल जनित बीमारी फैलने की समस्या को जल्द से जल्द दूर करने की मांग की गई है।

धमतरी निगम के कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि शहर के विभिन्न वार्डों में पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है। कुछेक वार्ड में दूषित पेयजल की सप्लाई हो रही है। पानी अत्यधिक गंदा और बदबूदार है, जिसके कारण वार्डवासियों को उल्टी-दस्त और अन्य जल जनित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर ने कहा कि कुछ दिनों से लगातार नलों के माध्यम से जो पानी सप्लाई किया जा रहा है, वह न केवल पीने योग्य नहीं है, बल्कि दुर्गंधयुक्त और दूषित होने के कारण बीमारियों का कारण बन रहा है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई लोग अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं। वार्डवासी लगातार शिकायत कर रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

उपनेता प्रतिपक्ष विशु देवांगन ने बताया कि पूर्व में भी कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षदों द्वारा प्लांट की सफाई और बंद पड़े क्लोरीन एवं अलम मिक्सचर मशीन को ठीक करने मांग की गई थी। पार्षद योगेश लाल ने कहा कि नगर निगम से अपील की है कि नगर के स्वास्थ्य और नागरिकों की जान-माल की रक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से फिल्टर प्लांट की सफाई कर, रसायन की मात्रा सुनिश्चित की जाए और पीने योग्य साफ पानी की आपूर्ति की जाए। मालूम हो कि नगर निगम के नौ ओवरहेड टैंक, मोटर पंप, पानी टैंकर की सहायता से वार्ड में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। पार्षद सुमन मेश्राम ने कहा कि फिल्टर प्लांट में जो रसायन मिलाया जाता है, उसकी मशीन लंबे समय से खराब है। इस बारे में आयुक्त को पहले ही कांग्रेस के समस्त पार्षदों ने फिल्टर प्लांट का निरीक्षण कर अवगत कराया जा चुका था, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पूर्णिमा रजक ने कहा कि नगर निगम की यह सीधी लापरवाही है, जिससे आम जनता की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द मशीनों की मरम्मत कर पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए, नहीं तो आंदोलन किया जाएगा।

चार वार्ड से दो माह में मिले 21 डायरिया केस

जानकारी के अनुसार सोरिद, जोधापुर, डाक बंगला, विवेकानंद वार्ड को मिलाकर एक हमर क्लीनिक खोला गया है। चारों वार्ड में मिलाकर आंकड़ा मिला है जिसके अनुसार तीन गुना से अधिक संक्रमण पिछले माह बढ़ा है। अप्रैल माह में 620 ओपीडी में नौ केस डायरिया के मिले। छह चर्मरोग के थे। इसी तरह से मई माह में 650 ओपीडी में 15 केस डायरिया के मिले तथा 21 केस चर्मरोग हैं।

दूषित पानी की जांच कराएंगे

नगर निगम आयुक्त पि्रया गोयल ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या नहीं है। वार्डों से मिल रही शिकायत की जांच कराएंगे।

शहरवासियों को शुद्ध और साफ पानी की सप्लाई हो रही : अखिलेश

नगर निगम के जल विभाग के अध्यक्ष एमआईसी मेंबर व जल विभाग के प्रभारी सदस्य अखिलेश सोनकर ने बताया कि शहरवासियों को फिल्टर प्लांट के माध्यम से शुद्ध एवं साफ पानी भरपूर मिल रहा है। कहीं भी कोई शिकायत नहीं है। नेता प्रतिपक्ष एवं उपनेता प्रतिपक्ष द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। समय-समय पर फिल्टर प्लांट, पानी टंकी की सफाई नियमित होती है ताकि शहरवासियों को लगातार साफ पानी मिल सके। वर्तमान में कहीं कोई शिकायत नहीं है। शिकायत में स्थल का नाम, वार्ड का नाम लिखकर निगम को दे सकते हैं, त्वरित कार्रवाई की जाएगी। निगम को जानकारी मिलने पर ठोस कार्रवाई की जाएगी। शहर में पीने योग्य साफ पानी की आपूर्ति हो रही है। जल विभाग के कर्मचारी, अधिकारी शुद्ध जल प्रदाय करने 24 घंटे काम पर लगे हैं।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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