

अजमेर,6 जून (Udaipur Kiran) । निर्जला एकादशी के अवसर पर शुक्रवार को तीर्थराज पुष्कर सरोवर में हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर पुण्य कमाया। इस मौके पर एकादशी व्रत धारी महिला श्रद्धालुओं ने सरोवर के जल से भरी मटकिया मंदिरों व ब्राह्मणों को भेंट की। शुक्रवार अल सुबह ब्रह्म मुहूर्त के बीच निर्जला एकादशी का स्नान शुरू हुआ। धार्मिक शास्त्रों और पुराणों में जेठ के पवित्र महीने की निर्जला एकादशी पर पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना करने व दान पुण्य का खास महत्व बताया गया है। पवित्र जेठ माह की निर्जला एकादशी पर तीर्थ राज पुष्कर में स्नान करने से मनुष्य अपने सब पापों से मुक्त हो जाता है। इस विशेष दिन पर धार्मिक नगरी पुष्कर के पवित्र सरोवर के मुख्य घाटों और देव मंदिरों में उमड़े जन सैलाब से माहौल धर्ममय सा हो गया। मान्यता है कि इस दिन निर्जला उपवास का पुण्य साल की 24 एकादशी के बराबर होता है। इस व्रत में पानी पीना वर्जित होता है। इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहते हैं। निर्जला एकादशी का व्रत करने से धर्म, अर्थ काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
—————
(Udaipur Kiran) / संतोष
