
नई दिल्ली, 06 जून (Udaipur Kiran) । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में 0.50 फीसदी तक की कटौती करना और कैश रिजर्व रेश्यो (सीआरआर) को एक फीसदी घटाना एक साहसिक एवं स्वागत योग्य कदम है। ये भारती अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण समय पर आवश्यक समर्थन देने का संकेत है।
चांदनी चौक के भाजपा सांसद एवं संसदीय वाणिज्य स्थायी समिति के सदस्य प्रवीण खंडेलवाल ने शुक्रवार को आरबीआई की नीतिगत ब्याज दर में कटौती पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रेपो रेट में की गई यह कटौती केंद्रीय बैंक की गतिशील सोच और क्रेडिट वृद्धि को प्रोत्साहित करने की तत्परता को दर्शाती है। विशेष तौर पर सीआरआर में की गई कटौती से बैंकों की तरलता में तत्काल वृद्धि होगी, जिससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई), व्यापारी वर्ग और खुदरा व्यवसायों जैसे क्षेत्रों तक धन की पहुंच आसान हो सकेगी, जो लंबे समय से लागत वृद्धि और सख्त ऋण स्थितियों का सामना कर रहे हैं।
खंडेलवाल ने कहा कि अब यह जरूरी है कि वाणिज्यिक बैंक इस राहत को शीघ्र और पूर्ण रूप से उधारकर्ताओं तक पहुंचाएं। मैं वित्त मंत्रालय और आरबीआई से आग्रह करता हूं कि वे इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए प्रभावी तंत्र सुनिश्चित करें, ताकि यह राहत अंतिम व्यक्ति तक वास्तव में पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह कदम उपभोग में वृद्धि, उद्यमशीलता को बढ़ावा और आर्थिक गति की पुनःस्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसका सीधा लाभ दिल्ली के व्यापारिक केंद्रों जैसे चांदनी चौक और देश के अन्य प्रमुख व्यापारिक हब को मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी की कटौती की है, जिससे बैंकों को सस्ता कर्ज मिलेगा। बैंक ग्राहकों को सस्ता दर पर होम लोन, ऑटो लोन देंगे, जिससे आम आदमी को राहत मिलेगी, ईएमआई का बोझ कम होगा।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
