
हरिद्वार, 6 जून (Udaipur Kiran) । भारतीय किसान यूनियन (श्रमिक जनशक्ति) के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय किसान चिंतन शिविर शुक्रवार को सम्पन्न हो गया। इस शिविर में देशभर से आए हजारों किसानों, मजदूरों, महिला प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और ग्रामीण भारत की ज्वलंत समस्याओं पर गहन विचार-विमर्श किया।
शिविर के समापन अवसर पर यूनियन द्वारा तैयार किया गया राष्ट्रपति के नाम 27 सूत्रीय मांग पत्र नायब तहसीलदार, हरिद्वार व उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी हरिद्वार को सौंपा गया।
मांगपत्र में किसानों की भूमि सुरक्षा, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बेरोजगार युवाओं को रोजगार, सिंचाई और बिजली की स्थायी व्यवस्था, ग्रामीण स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था को सशक्त करने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं। यह ज्ञापन भारतीय लोकतंत्र की आत्मा ग्राम, किसान, मजदूर और ग्रामीण समाज की आवाज है।
भारतीय किसान यूनियन (श्रमिक जनशक्ति) का कहना है कि यदि 27 सूत्रीय मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो संगठन देशव्यापी जनांदोलन करने को बाध्य होगा, जिसकी रूपरेखा आगामी समय में घोषित की जाएगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश यादव एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्येन्द्र कुमार मौर्य ने संयुक्त रूप से समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन किसी दल विशेष का नहीं, बल्कि भारत के आम जन का है। हमारी मांगें जनहित में हैं और यदि इन पर सरकार ने शीघ्र ठोस कार्यवाही नहीं की, तो यह आवाज पूरे देश में गूंजेगी। इस मौके सैकड़ों किसान नेता उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
