

मुंबई ,6जून ( हि. स.) ।ठाणे शहर स्वच्छ एवं सुंदर है। ठाणे महानगरपालिका इस शहर को विकृत होने से बचाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, यह पूरी जिम्मेदारी ठाणे महानगरपालिका पर डालने के बजाय नागरिकों को भी ठाणे को स्वच्छ बनाए रखने के लिए महानगरपालिका का सहयोग करना चाहिए। स्वच्छ और सुंदर, यह वक्तव्य ठाणे महानगरपालिका द्वारा शून्य अपशिष्ट और पर्यावरण पर आयोजित भव्य प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद विधायक संजय केलकर ने व्यक्त किया।
ठाणे मनपा की और से आज बताया गया कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ठाणे महानगरपालिका ने ‘उत्सव वसुंधराछा, संकल्प हरित ठाणे’ पहल के अंतर्गत नौपाड़ा के गावदेवी मैदान में शून्य अपशिष्ट और पर्यावरण विषय पर प्रदर्शनी का आयोजन किया है। गुरुवार शाम को विधायक संजय केलकर, महानगरपालिका आयुक्त सौरभ राव, पूर्व नगरसेवक संजय वाघुले ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त प्रशांत रोडे, उपायुक्त शंकर पटोले, उपायुक्त मधुकर बोडके, परिवहन प्रबंधक भालचंद्र बेहरे, मुख्य पर्यावरण अधिकारी मनीषा प्रधान, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रानी शिंदे और अन्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक संजय केलकर, महानगरपालिका आयुक्त सौरभ राव, सभी गणमान्य और नागरिकों ने ‘माझी वसुंधरा शाफ़्ट’ का लाभ उठाया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित यह प्रदर्शनी एक सराहनीय पहल है और अधिक से अधिक नागरिकों को इसे देखना चाहिए, ऐसा भी कहा। विधायक संजय केलकर ने कहा। इस अवसर पर नगर निगम के लिए हर दिन पर्यावरण दिवस है। पर्यावरण जितना बेहतर होगा, शहर उतना ही बेहतर होगा। ठाणे नगर निगम पर्यावरण के अनुकूल विभिन्न परियोजनाओं को लागू कर रहा है और इस पहल में नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। आयुक्त सौरभ राव ने बताया कि इस भागीदारी को बढ़ाने और नागरिकों को पर्यावरण के अनुकूल पहलों के बारे में जागरूक करने के लिए ‘उत्सव वसुंधराचा, संकल्प हरित ठाणे’ के तहत यह प्रदर्शनी आयोजित की गई है। आयुक्त राव ने यह भी कहा कि ठाणे देश का पहला नगर निगम है जिसने हीट एक्शन प्लान लागू किया है। साथ ही, नगर निगम ने अच्छी वायु गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एक कार्य योजना तैयार की है। नगर निगम सीमा के भीतर प्रतिदिन 1400 टन कचरा एकत्र किया जाता है। इसके लिए, दैघर में 350 टन प्रतिदिन की क्षमता वाली बायोगैस परियोजना लागू की गई है। साथ ही, पर्यावरण के अनुकूल गणेशोत्सव मनाने के लिए, नगर निगम मूर्ति निर्माताओं को शाडू मिट्टी और स्थान प्रदान कर रहा है और नगर निगम ‘माझे घर माझे बप्पा’ अभियान को लागू करने जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
