Assam

विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री

विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा।
विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा।

गुवाहाटी, 5 जून (Udaipur Kiran) । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण एवं वन विभाग की पहल पर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा गुरुवार को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने विभाग के लिए आवंटित 129 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने एक वेब पोर्टल का शुभारंभ किया। साथ ही, असम फॉरेस्ट प्रोटेक्शन फोर्स की तीन बटालियनों के कमांडो को हथियार भी वितरित किए।

मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि असम भी आज विश्व के साथ पर्यावरण दिवस मना रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई उस अपील का उल्लेख किया जिसमें नागरिकों से अपनी मां के नाम पर पौधा लगाने को कहा गया है। इस पहल को सुलभ बनाने के लिए एक पोर्टल शुरू किया गया है, जिसमें नागरिक पौधारोपण की तस्वीरें अपलोड कर सकेंगे और समय-समय पर उसकी वृद्धि की जानकारी भी जोड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 में भारत सरकार ने 70 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसे असम सरकार ने पार करते हुए 92 लाख पौधे लगाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नया पोर्टल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सैटेलाइट तकनीक से लैस है, जिससे जंगलों में हो रही कटाई और भूमि क्षरण की रियल-टाइम निगरानी की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में फॉरेस्ट प्रोटेक्शन फोर्स की तीसरी बटालियन का गठन किया गया है और उसे हथियार भी प्रदान किए गए हैं। पहले वन विभाग के पास पर्याप्त वाहन नहीं थे, इस समस्या को दूर करते हुए 129 वाहन वितरित किए गए हैं और आगे भी नए वाहन खरीदे जाएंगे।

प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर कहा कि भारत सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक की दिशा में कार्य कर रही है और असम सरकार भी इससे जुड़े कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य के युवाओं द्वारा लगभग 600 मिनरल वॉटर बॉटलिंग यूनिट स्थापित किए गए हैं। 500 मिलीलीटर पानी की बोतलों पर राज्य सरकार ने पहले ही प्रतिबंध लागू कर दिया है।

असम सरकार और ऑयल इंडिया के सहयोग से डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, सिलचर, तेजपुर और गुवाहाटी में बायोफ्यूल उत्पादन इकाइयों की स्थापना की जा रही है। इन इकाइयों में प्लास्टिक कचरे से बायोफ्यूल तैयार किया जाएगा, जिससे कचरा प्रबंधन में बड़ी मदद मिलेगी।

इस अवसर पर पर्यावरण एवं वन मंत्री चंद्र मोहन पटवारी, विधायक दिगंत कलिता, विशेष मुख्य सचिव (वन) एमके यादव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन सुरक्षा बल प्रमुख संदीप कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ. विनय गुप्ता समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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