

मुंबई, 4जून ( हि.स.) । ठाणे पूर्व के चेंदनी कोलीवाड़ा बंदर विसर्जन घाट क्षेत्र में बुधवार को एक हृदय विदारक घटना घटी। पेड़ से गिरा एक छोटा बग (बगुला) का चूजा दो दिनों से थका-मांदा और बिना भोजन के इलाके में भटक रहा था। इस बेजान नन्हे बगुले की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया और न ही कोई मदद के लिए आगे आया। हालांकि, ठाणे मनपा कर्मचारी और खग (पक्षी) प्रेमी भरत मोरे ने बच्चे को जीवनदान दिया है।
ठाणे मनपा कर्मचारी और पक्षी प्रेमी भरत मोरे ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत बगुला के चूजे को उठाया। बच्चा चूज़ा काफी बेजान सा कमजोर हो चुका था, उसकी गर्दन झुकी हुई थी और शरीर में बिल्कुल भी ताकत नहीं थी। इस हालत में, घोरपड़, नेवला और खाड़ी क्षेत्र में खुलेआम घूमने वाले सांप जैसे शिकारी जानवरों के पैरों तले दबकर उसके मरने की संभावना ज्यादा थी।
भरत मोरे ने शुरू में उसका ध्यान रखा। उन्होंने भोजन की तलाश में भटक रहे भूखे बगुले के बच्चे को खाना खिलाया। कुछ आराम, पोषण और मानवीय स्पर्श से शावक को बेहतर महसूस होने लगा। कुछ समय बाद, जब वह थोड़ा स्वस्थ हो गया, तो भारत मोरे ने उसे उसी क्षेत्र में उसके सुरक्षित आवास में वापस छोड़ दिया।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
