
जयपुर, 3 जून (Udaipur Kiran) । नगर निगम हेरिटेज जयपुर के मुख्यालय में मंगलवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक को अध्यक्षता हेरिटेज निगम महापौर कुसुम यादव ने की। इस दौरान महापौर कुसुम यादव ने मानसून आने से पहले ही आपदा प्रबंधन की ठोस प्लानिंग करने के निर्देश दिए। महापौर कुसुम यादव ने कहा कि जयपुर शहर में भारी बारिश होने पर सड़को पर जल भराव हो जाता है। इसके साथ हो निचली बस्तियों में घरों में पानी भर जाता है। ऐसे में बारिश से जल भराव नहीं हों और आमजन परेशान नहीं हों। इसके लिए ठोस प्लानिंग की जाएं। महापौर ने नालों की सफाई पर विशेष जोर देते हुए कहा कि बड़े नालों की सिर्फ एक बार हो सफाई नहीं जाएं, अपितु नालों की लगातार मॉनिटरिंग हो, और समय समय पर सफाई की जाएं। जिससे कि नालों में कचरा जमा नहीं हो पाएं। इस दौरान हेरिटेज निगम के सफाई समिति चेयरमैन पूरण चंद सैनी, गिर्राज नाठा, पवन शर्मा नटराज और लोक वाहन समिति के चेयरमैन रजत विश्नोई भी मौजूद रहे।
बैठक में हेरिटेज निगम आयुक्त अरुण हसीजा ने महापौर कुसुम यादव को हेरिटेज निगम की आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा आयुक्त अरुण हसीजा ने सभी निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी संसाधनों को अलर्ट मोड पर रखा जाएं। किसी भी समस्या पर तुरंत राहत प्रदान दी जा सकें।
अधिकारी और चेयरमैन करें फील्ड में निरीक्षण
महापौर कुसुम यादव ने बताया कि मानसून से पूर्व निगम को तैयारियों की समीक्षा की जाएं। इसके लिए निगम के चेयरमैन और निगम अधिकारी समन्वय के साथ काम करें। फील्ड में जाकर कार्यों का अवलोकन करें। बाढ़ एवं आपदा नियंत्रण कक्ष में भी निगम कर्मी 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहे। वहीं सड़क पर कचरा नहीं रहे। इसके लिए सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित की जाएं।
जलभराव के प्वाइंट को करें चिन्हित, बनाए जाएं वाटर हार्वेस्टिंग
महापौर कुसुम यादव ने बताया कि शहर में कुछ स्थानों पर थोड़ी ही बारिश में जलभराव हो जाता है। ऐसे में वहां पर मड़पंप लगाए जाएं। वहीं पार्कों के पास जलभराव होने पर वाटर रिचार्ज करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाएं जाएं। इस दौरान निगम आयुक्त अरुण हसीजा ने सभी निगम अधिकारियों को फील्ड में रहने और कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
