
हैदराबाद में 72वें मिस वर्ल्ड कंपीटीशन जीतकर थाइलैंड की ओपल सुचाता चुआंग्सरी ने मिस वर्ल्ड 2025 का ताज अपने नाम कर लिया है। इस प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नंदिनी गुप्ता ने किया, हालांकि नंदिनी टॉप 8 में जगह नहीं बना पाई थीं। मिस वर्ल्ड ओपल सुचाता ने इस जीत के बाद (Udaipur Kiran) से खास बातचीत की, जहां उन्होंने अपनी मेहनत, अपने इस सफर, बॉलीवुड और अपने भविष्य के प्लान्स के बारे में विस्तार से चर्चा की।
आपके लिए ये जीत कितनी महत्वपूर्ण है? ये दिन (31 मई) मेरी जिंदगी का सबसे यादगार और बेस्ट डे है। ये जीत मेरे लिए एक मील का पत्थर है, क्योंकि अब इसके बाद और भी बड़ी चुनौतियों के लिए मुझे तैयार होना है। ये सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की जीत है, जिसने मुझ पर विश्वास किया और मेरा साथ दिया। ये थाईलैंड की पहली मिस वर्ल्ड की जीत है और इसके लिए हमने 72 वर्षों तक इंतजार किया है। इसलिए मुझे अपनी इस जीत पर बेहद बेहद गर्व महसूस हो रहा है।
मिस वर्ल्ड बनने के इस सफर को किस प्रकार से देखती हैं? मैं पिछले 3 साल से इस दिन का इंतजार कर रही थी। ये लंबी लेकिन काफी कुछ सीखने वाली जर्नी रही है। मैंने ये सफर केवल अपने लिए नहीं, बल्कि अपने देशवासियों के लिए भी तय किया है। मिस वर्ल्ड की मेरी ताजपोशी इस बात का प्रतीक है कि मेरी मेहनत सही दिशा में रही है। मैंने इसके लिए काफी मेहनत की है। जीवन में हमें जो कुछ भी चाहिए उसके लिए हमें मेहनत करनी पड़ती है। अगर वो चीज आपको वाकई में चाहिए तो फिर वो आपको उतनी मुश्किल नहीं लगेगी।
आपको अपनी जीत पर कितना भरोसा था? हां, मुझे खुद पर विश्वास था, लेकिन मिस वर्ल्ड का टाइटल जीत पाना आसान नहीं था। खासतौर पर अंत में सोनू सूद में जो प्रश्न मुझसे पूछा वो भी आसान नहीं था और माइक की आवाज कम होने के कारण मैं उनके प्रश्न को ठीक से नहीं सुन पाई, जिसके चलते उन्हें इसे दोहराना पड़ा। मैंने उनके प्रश्न को समझने का प्रयास किया और फिर अपने दिल से उसका जवाब दिया।
आगे के लिए क्या योजनाएं हैं? लोगों को अक्सर यह लगता है कि किसी पेजेंट की विजेता सिर्फ एक साल के लिए होती है, लेकिन मैं मानती हूं कि यह समय एक अवसर है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि अपने राजकाल में आपने क्या प्रभाव डाला। अगर आप लोगों के दिलों में जगह बना लें, उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाएं, तो जब आप अपनी जिम्मेदारी किसी और को सौंपें, लोग फिर भी आपको याद रखेंगे। यही असली सफलता है, जब आपकी मौजूदगी किसी की जिंदगी को बेहतर बना दे।
आप उन युवा लड़कियों को क्या संदेश देना चाहेंगी जो आपकी यात्रा देख रही हैं?मैं बस यही कहूंगी कि खुद पर विश्वास रखो, अपने मूल्यों और उस उद्देश्य से जुड़े रहो जो तुम्हें आगे बढ़ाता है। मैं आज यहां हूं, क्योंकि मैंने कभी खुद पर से भरोसा नहीं खोया। ये सफर आसान नहीं होता, थकान भी होती है, कभी-कभी रुकावटें भी आती हैं, लेकिन अगर आप खुद को कभी हारने ना दें, तो आप जरूर अपने मुकाम तक पहुंचेंगी और सबसे जरूरी बात, अपने आप से प्यार करना मत भूलो।
आपको किस चीज ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित कियामेरी प्रेरणा मेरी ब्रेस्ट हेल्थ की यात्रा रही। जब मैं 1 साल की थी, मेरी ब्रेस्ट में गांठ पाई गई थी, जो सौभाग्य से कैंसर नहीं थी। इस अनुभव ने मुझे एहसास कराया कि मुझे एक मौका मिला है और बहुतों को ये मौका नहीं मिलता। इसलिए मैं मंच का इस्तेमाल करना चाहती थी उन आवाजों के लिए जो खुद नहीं बोल पाती। यही वजह है कि मैंने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
क्या आप किसी बॉलीवुड स्टार को जानती हैं? क्या आपने कोई हिंदी फिल्म देखी है?हां , मैंने कंगना रनौत को देखा है, उनकी एक फिल्म मुझे बहुत पसंद है, वो बेहद प्रेरणादायक थी। हां, मैंने अभी तक ‘बाहुबली’ नहीं देखी है, लेकिन जब हम रामोजी फिल्मसिटी गए थे, तब मैंने इसके बारे में सुना और खुद से वादा किया कि प्रतियोगिता के बाद मैं जरूर देखूंगी। अगली बार जब हम मिलेंगे, मैं आपको इसका अपडेट दूंगी।
क्या आपने कोई भारतीय या हिंदी ड्रामा देखा है?नहीं, अभी तक मैंने कोई भारतीय टीवी शो या ड्रामा नहीं देखा, लेकिन अब मैं बहुत उत्साहित हूं। भारत का फिल्म उद्योग कितना विशाल है, यह मुझे रामोजी फिल्म सिटी देखकर महसूस हुआ। अब मैं अपने कंबल में बैठकर आईपैड ऑन करके भारतीय फिल्में और सीरीज देखने का इंतजार नहीं कर सकती।
इस क्राउन के साथ आप क्या जिम्मेदारियां लेकर आगे बढ़ रही हैं? इस क्राउन के साथ बहुत जिम्मेदारियां आती हैं और मिस वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन पहले से ही पूरी दुनिया में अपनी क्वीन को जरूरतमंदों की मदद के लिए ले जाती है। मेरे लिए यह एक मौका है अपने कैंसर अवेयरनेस अभियान को और प्रभावशाली बनाने का, खासकर महिलाओं के लिए। साथ ही अगर मुझे दूसरे सामाजिक कारणों के लिए भी काम करने का मौका मिले, तो मैं उसे भी पूरे दिल से करूंगी। ब्रेस्ट हेल्थ से जुड़ी मेरी यात्रा ने मिस वर्ल्ड पेजेंट के प्रेरित किया।——————-
(Udaipur Kiran) / लोकेश चंद्र दुबे
