
जम्मू 03 जून (Udaipur Kiran) । जल शक्ति वन पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण तथा जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने मंगलवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव वार्डन जम्मू-कश्मीर तथा मुख्य अभियंता जल शक्ति सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई।
बैठक में पर्यावरण संरक्षण, जनजातीय कल्याण तथा जल संसाधन प्रबंधन से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर विभागों के बीच प्रगति तथा तालमेल की समीक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया। मंत्री द्वारा की गई मुख्य चर्चाओं तथा निर्देशों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण प्रयासों की आवश्यकता शामिल थी, तथा उन्होंने वन विभाग को आगामी मानसून के मौसम में व्यापक सामुदायिक भागीदारी के साथ वनरोपण के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार मंत्री ने जल शक्ति तथा वन विभागों को मृदा क्षरण की बढ़ती चिंता को दूर करने के लिए विशेष रूप से जलग्रहण क्षेत्रों में समन्वित मृदा संरक्षण परियोजनाएं शुरू करने का निर्देश दिया। मंत्री ने स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया, जिसमें बुनियादी सुविधाओं का विकास, स्थानीय हितधारकों की सहभागिता और क्षेत्र, विशेष रूप से मुगल रोड के नाजुक पारिस्थितिकी का संरक्षण शामिल है। मंत्री ने वन विभाग को पर्यटन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर उचित संकेत और सुरक्षा उपायों के साथ ट्रैकिंग मार्गों की पहचान और विकास करने का निर्देश दिया, जिसका उद्देश्य इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना और स्थानीय युवाओं को आजीविका के अवसर प्रदान करना है। मंत्री ने कैम्पा कर्मचारियों के लंबित वेतन जारी करने में देरी को गंभीरता से लिया, संबंधित अधिकारियों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और वित्तीय प्रबंधन तंत्र में सुधार करने का निर्देश दिया।
—————
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
