
सिरसा, 3 जून (Udaipur Kiran) । भारत सरकार के विकसित कृषि संकल्प अभियान खरीफ 2025 के तहत जिले में किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत करवाने के लिए गांव-गांव प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को जिले के गांव डबवाली, अलीकां और शेरगढ़ में विशेष किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 150 से अधिक किसानों ने भाग लिया। ये कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान सिरसा, केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार, कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और हरियाणा कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों द्वारा खरीफ फसलों की उन्नत खेती, रोग प्रबंधन, फसल विविधता और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। प्रमुख वक्ताओं में केन्द्रीय कपास अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. ऋषि कुमार, केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा डॉ. वनिता राजपूत, उपखंड कृषि अधिकारी डॉ. अमित शर्मा, तकनीकी अधिकारी डॉ. रामपाल और ब्लॉक कृषि अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार शामिल रहे।
प्रधान वैज्ञानिक डॉ. ऋषि कुमार ने कपास की फसल में उच्च पैदावार के लिए अपनाई जाने वाली आधुनिक तकनीकों, कीट एवं रोग प्रबंधन तथा गुलाबी सूंडी नियंत्रण हेतु फेरोमॉन ट्रैप लगाने की सलाह दी। उन्होंने ग्रीष्मकालीन मूंग में सफेद मक्खी नियंत्रण पर भी जोर दिया ताकि नरमे की मुख्य फसल में इसका प्रकोप रोका जा सके। डॉ. ऋषि कुमार ने किसानों की समस्याएं सुनीं और उन्हें तकनीकी समाधान सुझाए।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
