
सोनीपत, 3 जून (Udaipur Kiran) । सोनीपत में कोरोना का पहला
मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता बढ़ा दी है। यहां निष्क्रिय ऑक्सीजन प्लांट की चिंता ने हालात और गंभीर बना दिए हैं। सोनीपत की इंडियन कॉलोनी निवासी
एक रेलकर्मी की पत्नी 30 मई को उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल, नई दिल्ली में कोरोना
पॉजिटिव पाई गईं। दोनों ने होम आइसोलेशन अपना लिया है। साथ ही दो महिलाओं में डेंगू
संक्रमण की भी पुष्टि हुई है। जिले में 2023 तक 60,371 कोरोना केस सामने आए थे, जिनमें
से 60,085 स्वस्थ हो चुके थे। लेकिन अब देशभर में संक्रमण फिर से उभर रहा है।
जिला नागरिक अस्पताल में फ्लू कॉर्नर
बनाया गया है, जहां सैंपल लेकर बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां भेजे जा रहे हैं। हालांकि
फिलहाल अन्य कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है। जिले में 10-10 बेड के आइसोलेशन वार्ड तैयार
हैं, जबकि कुल 140 सामान्य, 75 ऑक्सीजन बेड, 52 वेंटिलेटर और 394 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
मौजूद हैं।
लेकिन गंभीर समस्या यह है कि गोहाना
के नागरिक अस्पताल में लगा 800 एलपीएम क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट दो साल से बंद पड़ा
है। बिजली निगम और हेल्थ विभाग की आपसी खींचतान के कारण यह चालू नहीं हो सका। बिजली
निगम के अधिकारियों का कहना है कि नया कनेक्शन और सिक्योरिटी अमाउंट आवश्यक है, जबकि
हेल्थ विभाग ने तीन बार पत्र भेजने की बात कही है।
अस्पताल के पीएमओ डॉ. संजय छिक्कारा
ने मंगलवार को बताया कि मौजूदा संसाधनों से मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी, लेकिन प्लांट
चालू होना ज़रूरी है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि देरी भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य समस्या
बन सकती है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
