Uttrakhand

विकसित उत्तराखंड बनाने के लिए समाज के अंतिम छोर के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ें: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअल  बैठक लेते हुए।

-ग्राम स्तर से जनपद स्तर तक बनाई जाए विस्तृत योजना-प्रत्येक जनपद में जनहित में 5-5 नवाचारों पर कार्य करें

देहरादून, 02 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकसित उत्तराखंड के लिए ग्राम स्तर से जनपद स्तर तक विस्तृत कार्य योजना बनाने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समाज के अंतिम छोर के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा जाए।

सोमवार को मुख्यमंत्री आवास से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 2047 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जाएं। विकसित उत्तराखंड के लिए ग्राम स्तर से जनपद स्तर तक 2047 तक कैसा स्वरूप होगा, इस दिशा में जिलाधिकारियों की ओर से कार्य किए जाएं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को अपने—अपने जनपदों में जनहित से जुड़े 5-5 बैस्ट प्रैक्टिस और नवाचारों पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे पहले टीबी मुक्त होने वाले तीन जनपदों को पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को नियमित स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से 25 जुलाई तक जनपदों में बृहद स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान को विशेष रूप से प्रोत्साहित करने के साथ ही प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए। जलस्रोतों के संरक्षण और अमृत सरोवरों की कार्यप्रगति की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और प्रत्येक जनपद में इसके लिए नोडल अधिकारी बनाये जाएं। अतंरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए सभी जिलों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए। व्यापक स्तर पर योग शिविरों का आयोजन किया जाए।

मानसून सीजन के ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी करें:

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग की ओर से मानसून अवधि में राज्य में औसत से अधिक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसको ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मानसून शुरू होने से पहले नालों की सफाई हो जाए। मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए पेयजल, विद्युत, सड़कों की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पानी की टंकिया स्वच्छ रखी जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू, मलेरिया और कोरोना से बचाव के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का परीक्षण किया जाए। सभी जिलों में आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट मोड में रखा जाए। टोल-फ्री नंबरों को सभी जिलों और तहसीलों में सक्रिय किया जाए, जिससे नागरिक आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा रूट पर विशेष सतर्कता एवं सक्रियता बरती जाए। यातायात, स्वास्थ्य व सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए।

अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए:

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। सरकारी कार्यालय में 1064 हेल्पलाइन से संबंधित बोर्ड एवं बैनर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किये जाए और भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के लिए लोगों को जागरूक किया जाए।

15 जून को होने वाले कैंची धाम स्थापना दिवस के अवसर पर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए यातायात व्यवस्था के साथ ही आवश्यकतानुसार अस्थायी पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की जाए। वैरिफिकेशन ड्राइव को और अधिक प्रभावी एवं तेज गति से संचालित किया जाए। अवैध रूप से बनाये गये आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड और अन्य दस्तावेजों के विरूद्ध सख्त अभियान निरंतर जारी रखा जाए।

एक जनपद दो उत्पाद पर विशेष ध्यान दें:

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए और इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। एक जनपद दो उत्पाद पर विशेष ध्यान दिया जाए। सरकारी कार्यक्रमों में स्थानीय उत्पादों का उपयोग किया जाए, इसका पूर्णतः पालन किया जाए। जिलाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री घोषणाओं की नियमित समीक्षा की जाए। सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों में लैण्ड बैंक की स्थिति पर विशेष ध्यान दें। वर्षा जल संचय की दिशा में और प्रयास किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि प्रबंधन के लिए भी हर प्रकार से सुरक्षात्मक उपाय किये जाएं।

बैठक में प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, वर्चुअल माध्यम से कुमांऊँ कमिश्नर दीपक रावत और सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

——

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

Most Popular

To Top