
धमतरी, 1 जून (Udaipur Kiran) । एक जून को विश्व दुग्ध दिवस पर जिले के दुग्ध उत्पादकों और संग्राहकों में विशेष उत्साह देखने मिला। जिले की कई दुग्ध समितियों में विशेष संगोष्ठियाँ और पशु स्वास्थ्य जांच शिविर लगाये गए। इन शिविरों-संगोष्ठियों में पशुपालकों को कम लागत में अधिक दुग्ध उत्पादन के तरीके बताए गए और संग्राहकों को दुग्ध व्यवसाय से होने वाले फायदों की जानकारी दी गई। दुग्ध व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों को सरकार से मिलने वाली सुविधाओं और योजनाओं की जानकारी भी दी गई ।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने इस अवसर पर सभी दुग्ध उत्पादक पशुपालकों और संग्राहकों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि विश्व दुग्ध दिवस पर सभी को धमतरी जिले को श्वेत क्रांति का भागीदार बनना है। धमतरी जिले में पशुधन और दुग्ध उत्पादन की असीमित संभावनाएं है जिससे पशुपालकों और अन्य ग्रामीणों को दुग्ध व्यवसाय से रोजगार का अतिरिक्त साधन मिल सकता है। सभी पशुपालकों को इस अभियान से जुड़ना चाहिए और दुग्ध व्यवसाय को संगठित रूप से संचालित कर फायदा कमाना चाहिए।
विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर पशुधन विकास विभाग द्वारा ग्राम बोड़रा (संबलपुर ) में पशु चिकित्सा व वत्स प्रदर्शनी सह पशु पालक संगोष्ठी का आयोजन किया। इसमें पशु चिकित्सकों ने पशुओ को कृमिनाशक दवापन, जूं किलनी नाशक दवा छिड़काव, बीमार पशुओं का उपचार किया गया। संगोष्ठी में पशु पालकों को पशु पालन को कम लागत तकनीक द्वारा पशुओं को पोषण उपलब्ध कराने, पैरा का यूरिया उपचार, चूना का उपयोग, घरेलू खाद्यान सह उत्पादों से पशुओं के लिए पौष्टिक दाना बनाना, पशुओ से स्वच्छ दूध उत्पादन व जीवन मे दूध के महत्व को समझाया।
कुरूद विकासखंड के सुपेला में आयोजित शिविर में पशु पालकों को पशुपालन के लिए केसीसी ऋण संबंधी जानकारी दी गई और दूध संग्रहण केन्द्र में अधिक से अधिक मात्रा में दूध विक्रय करने कहा गया। शिविर में विभिन्न पशुओं का उपचार, कृमिनाशक दवापान कराया गया और पशुपालकों को पशु स्वास्थ्य रक्षक औषधियों का वितरण किया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
