RAJASTHAN

जयपुर के मंदिरों से अब मिलेगा व्यसन मुक्ति का संदेश, गोविंद देवजी मंदिर में हुआ महायज्ञ

देवालयों से अब नशा मुक्ति का संदेश : जयपुर में चला व्यसन मुक्त संकल्प अभियान

जयपुर, 1 जून (Udaipur Kiran) । छोटीकाशी जयपुर के प्रमुख देवालयों से अब श्रद्धालुओं को व्यसन मुक्ति का संदेश भी दिया जाएगा। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर रविवार को गोविंद देवजी मंदिर परिसर में हुए व्यसन मुक्त जयपुर संकल्प समारोह में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी अवधेशाचार्य महाराज ने की, जबकि आयोजन गोविंद देवजी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आयोजन श्री गोविंद देवजी मंदिर प्रबंधन के मार्गदर्शन में अखिल विश्व गायत्री परिवार जयपुर की अगुवाई में किया गया।

हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने लोगों से तंबाकू और अन्य नशा उत्पाद दान देने की अपील की। दर्शनार्थियों के सामने झोली फैला कर बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला जैसी वस्तुएं मांगी गईं, जिस पर कई श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से अपने नशीले पदार्थ जमा कराए।

कार्यक्रम में तंबाकू छोड़ने वालों और नशा मुक्ति में कार्य कर रहे विशिष्टजनों का सार्वजनिक सम्मान किया गया। पंचकुंडीय व्यसन मुक्ति महायज्ञ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसमें वेदमाता गायत्री, ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी और गुरु सत्ता की पूजा अर्चना की गई।

गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के व्यवस्थापक सोहनलाल शर्मा और सह-व्यवस्थापक मणिशंकर पाटीदार के निर्देशन में दिनेश आचार्य और गायत्री कचोलिया ने प्रज्ञागीतों के साथ महायज्ञ संपन्न करवाया। पूर्णाहुति के समय सभी श्रद्धालुओं को नशा न करने और दूसरों को भी नशा छुड़वाने का संकल्प दिलाया गया।समारोह के मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा रहे। उन्होंने कहा कि सरकार नशा मुक्ति की दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य कर रही है, जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता इंडियन अस्थमा केयर सोसाइटी के सचिव धर्मवीर कटेवा ने कहा कि गुलाबी नगरी को पान और गुटखे की पीक से गंदा न करें, यह हमारी सांस्कृतिक और नागरिक जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर नशा मुक्ति आंदोलन में योगदान देने वाले अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं को नशा मुक्ति आंदोलन पुरोधा सम्मान से सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से राहुल द्विवेदी, सर्वेश्वर शर्मा, रीना भार्गव, कर्मवीर कटेवा, कौशल सत्यार्थी, ताराचंद थाकन आदि शामिल थे।

संतों और सामाजिक संस्थाओं की ओर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम आठ सूत्रीय ज्ञापन विधायक गोपाल शर्मा को सौंपा गया। मांगों में राजस्थान में पूर्ण शराबबंदी, शराब की खरीद-पीने की आयु 25 वर्ष करने, रात 8 बजे के बाद शराब बिक्री पर थाना अधिकारी की जिम्मेदारी तय करने, तंबाकू पर अधिकतम टैक्स, बिना लाइसेंस बिक्री पर रोक तथा खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थियों के लिए शराब सेवन पर रोक जैसी मांगें शामिल थीं।

स्वामी अवधेशाचार्य महाराज ने सभी मंदिरों से नशा मुक्ति आंदोलन में आगे आने का आह्वान करते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को शपथ दिलाई कि वे स्वयं कभी नशा नहीं करेंगे और कम से कम 10 लोगों का नशा छुड़वाने का प्रयास करेंगे।

कार्यक्रम के अंत में संतों-महंतों के नेतृत्व में भव्य व्यसन मुक्ति रैली निकाली गई। गोविंद देवजी मंदिर परिसर में गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा द्वारा नशा मुक्ति प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों और काउंसलर्स ने सेवाएं दीं और ज़रूरतमंदों को निशुल्क दवाइयां वितरित की गईं।

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(Udaipur Kiran)

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