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एआरटी और आईवीएफ़ तकनीक दिलाएगी बांझपन की समस्या से निजात: डा. शाीतल जिंदल

मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए डा. उमेश जिंदल एवं डा. शीतल जिंदल।

मंडी, 01 जून (Udaipur Kiran) । बांझपन की समस्या से निजात दिलाने में सहायक असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी और इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक पर आधारित जिंदल IVF का 20वां फ्लैगशिप प्रोग्राम ‘एआरटी अपडेट’ मंडी में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। मंडी हाईट्स होटल में हुए इस सम्मेलन की थीम थी: “बेसिक इंफर्टिलिटी और IVF के मिथक व सच्चाई”।

इस आयोजन में 70 से अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया जिनमें जनरल प्रैक्टिशनर, गायनेकोलॉजिस्ट और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट शामिल थे। डॉ. उमेश जिंदल, डॉ. शीतल जिंदल सहित विशेषज्ञों ने प्रजनन स्वास्थ्य और उन्नत तकनीकों पर अपने अनुभव साझा किए।

डॉ. शीतल जिंदल ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में फर्टिलिटी एजुकेशन को बढ़ावा देने में सहायक हैं। महिलाओं में ट्यूब ब्लॉकेज, टीबी, कैंसर, उम्र से जुड़ी समस्याएं, पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। भ्रूण के माध्यम से वंशानुगत बीमारियों और बार-बार गर्भपात की समस्या का भी समाधान संभव है।

कार्यक्रम में मांडव हॉस्पिटल मंडी, कुल्लू वैली हॉस्पिटल, साईं हॉस्पिटल हमीरपुर और सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा का सहयोग रहा

(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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