
चित्तौड़गढ़, 1 जून (Udaipur Kiran) । जिले के निंबाहेड़ा में स्थित प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ के 20वें कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में रविवार को आध्यात्मिक कल्याण महापदयात्रा में नोतपा होने के बावजूद श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। महापदयात्रा कल्याण नगरी निंबाहेड़ा स्थित ठाकुरजी के मंदिर से तड़के 4 बजे रवाना होकर चित्तौड़गढ़ पहुंची। इसमें हजारों कदम 40 किलोमीटर का सफर कर चित्तौड़गढ़ पहुंचे। इस दौरान भक्तों द्वारा मार्ग में जगह-जगह ठाकुरजी के रथ की पूजा की गई। पदयात्रा को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा स्थित कल्लाजी वेदपीठ से पदयात्रा शुरू हुई। इसमें हजारों की संख्या में कल्लाजी के भक्त वेदपीठ पर दर्शन कर रवाना हुवे। 40 किलोमीटर के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत हुआ। पदयात्रियों के चित्तौड़गढ़ नेहरू पार्क पहुंचने पर अल्प विश्राम एव अल्पाहार हुआ। इसके बाद बैंड बाजों, डीजे साउंड एवं मालवी ढोल की थाप के साथ शोभायात्रा प्रारंभ की गई। यह चित्तौड़गढ़ में कलेक्ट्रेट चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, सुभाष चौक, गोल प्याऊ, सदर बाजार, गांधी चौक, मिठाई बाजार और लक्ष्मीनाथ मंदिर होते हुए पाडन पोल पहुंची। महा पदयात्रा का मुख्य आकर्षण जन जन के आराध्य ठाकुर श्री कल्लाजी का सुसज्जित रथ रहा। शोभायात्रा में श्रद्धालु ठाकुरजी के गगन भेदी जयकारा लगाते हुए चल रहे थे। पदयात्रा में शामिल हजारों कल्याण पदयात्रियों के साथ ही वेद विद्यालय के बटुक, वीर वीरांगना, कृष्णा शक्ति दल की माता बहनों ने जब दुर्ग पर प्रवेश किया तो ऐसी अनुभूति हुई, मानो एक बार फिर चतुरंगिनी सेना दुर्ग पर कूच कर रही हो।
किया दुर्गराज का चरण पूजन
वेदपीठ की परम्परानुसार पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं की और से दुर्ग राज की चरण पूजा में बड़ी संख्या में भक्तों ने पूजा अर्चना के साथ मेवाड़ के वीर-वीरांगनाओं को पुष्पाजंलि अर्पित की। इस दौरान दुर्ग की चरण पूजा वेदपीठ के आचार्यों, बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ करवाई गई। सभी पदयात्री द्वितीय दरवाजे के बाद स्थित ठाकुर श्री कल्लाजी और जयमल जी की छतरी पर लोक देवताओं की ओर से श्रद्धालुओं द्वारा कल्याण रथ की पूजा की गई। वहीं ठाकुरजी के रथ की ओर से जयमल कल्लाजी की पूजा अर्चना कर सर्वत्र खुशहाली की कामना की गई।
कई संगठनों ने किया स्वागत
आध्यात्मिक कल्याण महापदयात्रा का निंबाहेड़ा सतखण्डा, भावलिया, शंभूपुरा, अरनिया पंथ, ओछड़ी चित्तौड़गढ़ के ग्रामीणों सहित विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, राजनेतिक संगठनों द्वारा मार्ग में जगह-जगह पदयात्रियों के स्वागत के साथ ही रथ की पूजा की गई। इस दौरान नगर के में विधायक चंद्रभानसिंह, पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट सहित अन्य ने भी ठाकुरजी के रथ की पूजा की।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई पूजा
सभी पदयात्रियों ने दुर्ग राज को नमन करते हुए पवित्र माटी का तिलक लगाया। दुर्ग के प्रवेश द्वार स्थित बागसिंह की छतरी पर पूजा कर समस्त पदयात्रियों ने दुर्गराज के चरण की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर कल्लाजी व जयमल जी की छतरी पर दर्शन किए।
वीर वीरांगनाओं ने किया शौर्य का प्रदर्शन
कल्लाजी के रण बांकुरों के रूप में नन्हें वीर वीरांगनाओं ने तलवार बाजी की तथा मुग्दल के साथ मार्ग में जगह जगह हैरत अंगेज प्रदर्शन कर लोगों को अचंभित कर दिया। मालवीय ढोल की ताल पर अखाड़े का प्रदर्शन देख लोग दांतो तले अंगुलियां दबाने पर मजबूर हो गए।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
