

रायपुर/सरगुजा, 1 जून (Udaipur Kiran) । शहर में व्यापारियों ने जीएसटी टीम के छापे का विरोध करना शुरू कर दिया है। आज रविवार को व्यापारियों की संस्था और व्यापारी वर्ग सड़कों पर उतरे। व्यापारियों ने जीएसटी विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया। इस दौरान वहां पहुंचे अधिकारियों और व्यापारियों के बीच जमकर बहस भी देखने को मिली। सरगुजा व्यापारी संघ ने आंदोलन का ऐलान कर दिया है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जीएसटी टीम की कार्रवाई बंद नहीं होती है तो आने वाले समय में सभी व्यावसायिक दुकानें और प्रतिष्ठानें बंद रहेगी।
व्यापारियों का आरोप है कि, शहर में जीएसटी की टीम लगातार व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। जीएसटी के अधिकारी दिन दिन भर व्यापारियों के दुकानों में बैठकर जांच करते हैं। शनिवार को जीएसटी की टीम बिलासपुर रोड स्थित लक्ष्मी ट्रेडर्स में रेड की कार्रवाई के लिए पहुंची थी। इस दौरान व्यापारियों और जीएसटी के अधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स और छत्तीसगढ़ व्यापारी संघ के व्यापारी मौके पर पहुंचे और जमकर जीएसटी टीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि, जीएसटी विभाग द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश का माहौल है। इस घटना के बाद अग्रसेन भवन में कैट, चेम्बर ऑफ कॉमर्स व अन्य व्यापारिक संगठनों द्वारा बैठक की गई। बैठक के बाद संघ ने निर्णय लिया है कि, रविवार को कार्रवाई के विरोध में शहर बंद का आह्वान निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि, यदि आगे भी जीएसटी की कार्रवाई गलत तरीके से जारी रहती है तो आने वाले समय में संघ द्वारा व्यापार बंद कर दिया जाएगा और अपने संस्थान की चाबी जीएसटी के अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। व्यापारी वर्ग ने मामले की शिकायत कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी से की है और उनके माध्यम से जीएसटी कमिश्नर को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है।
सरगुजा व्यापारी संघ के सदस्य मुकेश अग्रवाल का कहना है कि, जिस व्यापारी की आय 50 लाख की नहीं है और उसको 1 करोड़ का फाइन लगाया जा रहा है। यह गलत है, हम सभी व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं और आज ये नगर बन्द किया गया है। व्यापारियों में इतना आक्रोश है की पूरे शहर की दुकानें बंद हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर
