
सोनीपत, 31 मई (Udaipur Kiran) । सोनीपत के गांवों में पानी के बंटवारे को लेकर समय-समय पर
विवाद सामने आते हैं। ऐसा ही एक मामला सोनीपत में फिर सामने आया है, जहां
आपसी रंजिश और पुरानी खींचतान के कारण दो गांवों की हजारों एकड़ फसलें बर्बादी के कगार
पर पहुंच गई हैं।
सोनीपत जिले के रिंढ़ाना, छपरा और बनवासा गांवों के बीच सिंचाई
के पानी को लेकर वर्षों पुराना विवाद एक बार फिर उभर आया है। रिंढ़ाना गांव के कुछ
लोगों ने कथित तौर पर छपरा और बनवासा गांवों की सिंचाई पाइपलाइन के लगभग 35 कनेक्शन
काट दिए हैं, जिससे करीब दो हजार एकड़ फसल पर संकट मंडराने लगा है।
किसानों ने बताया कि वर्ष 2007 में उन्होंने रिंढ़ाना के पास
सैकड़ों एकड़ भूमि खरीदी थी और 6 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन 3.5 फीट गहराई में बिछाई थी।
यह व्यवस्था बीते 15 वर्षों से बिना किसी बाधा के चल रही थी, लेकिन बीते 15 दिनों से
रिंढ़ाना के कुछ लोगों ने निजी रंजिश के चलते पाइपलाइन क्षतिग्रस्त कर दी है।
शनिवार को छपरा और बनवासा गांवों के दर्जनों किसान गोहाना
पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से मिलकर अपनी समस्या
रखी। उन्होंने बताया कि धान की रोपाई का समय नजदीक है और यदि पानी की व्यवस्था नहीं
हुई तो फसलें नष्ट हो जाएंगी।
बड़ौली ने मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन को तुरंत
कार्रवाई के निर्देश दिए। बरोदा थाना क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया
है तथा पाइपलाइन की मरम्मत हेतु सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। गोहाना की एसडीएम ने
निरीक्षण किया और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन दोनों पक्षों
से वार्ता कर समाधान निकालने में जुटा है।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
