
चित्तौड़गढ़, 31 मई (Udaipur Kiran) । तांत्रिक विद्या से जमीन में गढ़ा पुराना सोना निकालने का झांसा देकर एक लाख 82 हजार रूपये की ठगी का निंबाहेड़ा कोतवाली थाना पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में मध्यप्रदेश के दो शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। यह ठगी की वारदात वर्ष 2021 में हुई थी।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 24 मार्च 2025 को निंबाहेड़ा के मोती बाजार निवासी रंजना पत्नी राकेश टेलर ने थाने पर रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि उसके पास 2021 में कोमल सिंह का फोन आया था। इसने कर्ज से निकलने के लिए तंत्र विद्या से सोना बनाने का झांसा दिया और डेढ़ लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा। आरोपित ने कहा कि डॉक्टर की पत्नी मंजू तांत्रिक विद्या कर काला जादू से सोना बनाएगी। फिर तांत्रिक जगदीश भावर उर्फ डॉक्टर एवं उसका सहयोगी कोमलसिंह सोलंकी दोनों प्रार्थिया के घर आए, जिनकी बातों पर विश्वास कर लिया। प्रार्थिया ने बैंक में रखे सोने को निकाल गिरवी देकर 1 लाख 75 हजार रुपए की व्यवस्था की। यह राशि जगदीश व कोमलसिंह के कहने पर प्रार्थिया के घर पर लक्ष्मीलाल शर्मा व रामलाल साहू को दे दी थी। इसके बाद आरोपित प्रार्थी के पुत्र को उदयपुर ले गए, जहां तंत्र विद्या होने की बात कही। 27 अक्टूबर 2021 को उदयपुर भैरवगढ़ रिर्सोट के पास जंतराम जी के लाज के पीछे जाकर यह सोने के लड्डू गोपाल की, महालक्ष्मी की मूर्ति व एक सोने का बिस्किट लेकर आए। इन्हें उदयपुर में किसी ने नहीं खरीदा। इस पर सभी निंबाहेड़ा आ गए। यहां आरोपिताें ने मूर्तियों को मध्यप्रदेश के खरगौन में जाकर बेचने और रुपये की व्यवस्था करने का झांसा दिया। साथ ही प्रार्थिया से पांच हजार रुपये और ले गए। इस तरह आरोपिताें को कुल 1 लाख 82 हजार रुपये को दिए। बाद में जगदीश भावर, कोमलसिंह, रामलाल व लक्ष्मीलाल ने फोन उठाना बंद कर दिए। आरोपिताें के पास जाकर रुपए मांगे तो उन्होंने गाली गलौज कर भगा दिया। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर निंबाहेड़ा पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने शु्क्रवार काे मुख्य आरोपित जगदीश भावर उर्फ डॉक्टर पुत्र मिट्ठू भील निवासी जावदा जिला खरगोन (मध्यप्रदेश) व सहयोगी कोमलसिंह पुत्र गुलाब सिंह सोलंकी निवासी मोगावा जिला खरगोन को गिरफ्तार किया। इन्होंने पूछताछ में झांसा देकर ठगी की वारदात स्वीकार की। पुलिस गिरफ्तार आरोपिताें से पूछताछ में जुटी हुई है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
