
जौनपुर ,31 मई (Udaipur Kiran) । नगर कोतवाली क्षेत्र के अहियापुर में रहने वाली किन्नरों के बीच जमीनी विवाद को लेकर शुक्रवार देर रात मारपीट हुई। मारपीट में घायल किन्नरों का एक समूह जिला अस्पताल में इलाज करवाने गया जहां मौके पर उपस्थित फार्मासिस्ट ने इलाज करने से मना करते हुए उन्हें बाहर निकाल दिया और पुलिस के साथ आने को कहा। इससे नाराज किन्नरों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा काटा, विवाद इतना बढ़ा कि किन्नरों ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों और स्टाफ के साथ मारपीट की। कुछ किन्नर अर्धनग्न होकर अस्पताल में घूमते रहे। इस घटना से अस्पताल का स्टाफ और डॉक्टर भयभीत हैं। मारपीट में दो डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक वार्डबॉय को गंभीर चोट आई है।
यह पहली बार नहीं है जब किन्नरों ने इस तरह का व्यवहार किया है। पिछले साल भी बरसठी थाने पर किन्नरों ने हंगामा किया था। इस घटना को लेकर अस्पताल के कर्मचारियों में आक्रोश है। जिला हॉस्पिटल में न्यूड किन्नरों ने 45 मिनट तक हाई वोल्टेज ड्रामा किया। इसके बाद 20-25 किन्नर हॉस्पिटल परिसर में घूमने लगे। यह देख इमरजेंसी वार्ड से मरीज, उनके परिजन और डॉक्टर निकलकर भागने लगे।सुरक्षा गार्ड और अस्पताल के कर्मचारी मूक दर्शक बने रहे। मारपीट में दो डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक वार्डबॉय को गंभीर चोट आई है। वहीं, पुलिस ने अज्ञात किन्नरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। चांदनी किन्नर ने बताया- शहर के एक मोहल्ले में मेरा मकान है। मैं अपने मां बाप के पास रहती हूं। जमीन विवाद को लेकर शुक्रवार शाम 5 बजे मेरे पड़ोसी और उसके चार बेटों ने मेरे ऊपर लाठी डंडे से हमला किया था। मेरे कपड़े भी फाड़ दिए। मेरे साथ बलात्कार किया। अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर और स्टाफ ने मुझे वहां से बिना इलाज भगा दिया। मैं पुलिस के पास पहुंची। वहां पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद मैं शाम 7 बजे गुरु किन्नर अक्षिता के घर जाकर पूरी बात बताई।इस मामले में शनिवार काे जानकारी देते हुए जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि मामला दोनों पक्षों का सुना है। मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। कोतवाल और सिटी मजिस्ट्रेट को मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं, चूंकि ये समाज का अभिन्न हिस्सा है इन्होंने खुद स्वीकारा किया है कि इनका इलाज न होने के कारण इन्होंने इस तरह का काम किया है।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
