
जम्मू, 30 मई (Udaipur Kiran) । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं नवीन मीडिया विभाग ने कुलपति प्रो. संजीव जैन के मार्गदर्शन एवं दूरदर्शी नेतृत्व में आज हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर विचारोत्तेजक कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवीन मीडिया विभाग के प्रो. परमवीर सिंह ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता समाज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य से हुई थी। प्रो. सिंह ने भारत में हिंदी पत्रकारिता के विकास और डिजिटल मीडिया के युग में इसके बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला।
हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. भारत भूषण ने कहा कि पत्रकारिता और हिंदी का रिश्ता बहुत गहरा है। पत्रकारिता जहां समाज को जागृत करने का काम करती है, वहीं हिंदी जन-जन की भाषा होने के कारण इसे और भी प्रभावशाली बनाती है।
जनसंचार एवं नवीन मीडिया विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. उमेश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदी पत्रकारिता स्वाभाविक रूप से सामाजिक पत्रकारिता है। डिजिटल मीडिया के युग में विश्वसनीयता का संकट बढ़ रहा है। इसलिए भाषा की विश्वसनीयता बनाए रखना जरूरी है। डिजिटल मीडिया के युग में मौलिकता का महत्व भी काफी बढ़ गया है।
हिंदी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. वंदना शर्मा ने कहा कि मूल्य और संस्कृति भाषा का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा कि यदि भाषा सुसंस्कृत होगी तो इससे संस्कृति का सकारात्मक विकास होगा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
