
कोलकाता, 29 मई (Udaipur Kiran) । पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर से कोविड संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित व्यक्ति इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) खड़गपुर का एक 26 वर्षीय शोधार्थी है।
स्वास्थ्य विभाग और संस्थान के सूत्रों के अनुसार, मंगलवार यानी 27 मई को शोधार्थी में कोरोना के लक्षण दिखने पर उसका सैंपल लिया गया था। बुधवार को रैपिड एंटीजन टेस्ट में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद उसे आईआईटी खड़गपुर के बीसी रॉय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गुरुवार को संस्थान की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है। बताया गया है कि छात्र अकेले एक हॉस्टल रूम में रह रहा था, इसलिए अन्य छात्रों के लिए फिलहाल घबराने की आवश्यकता नहीं है। आईआईटी प्रशासन ने कहा है कि यदि किसी अन्य छात्र में लक्षण दिखाई देते हैं तो उनका भी परीक्षण कराया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, संक्रमित शोधार्थी मई के पहले सप्ताह में अपने शोधकार्य के सिलसिले में बीरभूम जिले गया था। वहीं से लौटने के बाद उसमें बुखार, सर्दी, खांसी और गंध न आने जैसे लक्षण दिखाई दिए। हालांकि, उसने कोविड की दोनों वैक्सीन पहले ही ले रखी थी। फिलहाल उसकी हालत स्थिर है और उसे चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है।
जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सौम्यशंकर सारंगी ने बताया कि हमें आईआईटी खड़गपुर के एक शोधार्थी के कोविड संक्रमित होने की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। उसमें पहले जैसी ही सामान्य लक्षण—जैसे स्वाद और गंध न आना, बुखार और सर्दी—देखने को मिले हैं। यदि लक्षण हल्के हों और व्यक्ति ने टीका लिया हो तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने आम लोगों से फिर से मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।
मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक प्रोफेसर इंद्रनील सेन ने कहा कि हमें फिलहाल कोविड वार्ड चालू करने या विशेष परीक्षण की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन हमने पहले से ही तैयारियां रखी हैं।
गौरतलब है कि कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान खड़गपुर स्थित आईआईटी और रेल कॉलोनी क्षेत्र में बड़ी संख्या में संक्रमितों की पहचान हुई थी। अब एक बार फिर संक्रमण की खबर आने के बाद प्रशासन और संस्थान दोनों सतर्क हो गए हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
