
गुवाहाटी, 28 मई (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को कहा कि आखिरकार कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पाकिस्तान जाने की बात को स्वीकार कर लिया है कि वे पाकिस्तान गए थे, लेकिन यह केवल शुरुआत है, अंत नहीं।
बुधवार काे मुख्यमंत्री ने असम कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सिर्फ 10 फीसदी ही सच्चाई स्वीकार की है। गोगोई ने यह झूठ कहा कि उस समय उनकी पत्नी पाकिस्तान में थी इसलिए वह पाकिस्तान गए थे। आरोप लगाया कि गौरव गोगोई के पुत्र का जन्म भारत में हुआ था, लेकिन बाद में उसे इंग्लैंड का नागरिक बना दिया गया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के पुत्र के रूप में उनके घर में रहते हुए गौरव गोगोई का पाकिस्तान जाना अत्यंत खतरनाक था। संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने गौरव गोगोई पर और भी कई संगीन आरोप लगाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे जो सामने आएगा, वह कहीं अधिक गंभीर है। विश्वसनीय सूचनाओं और दस्तावेजों के आधार पर यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि गौरव गोगोई ने पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ निकटता बनाए रखी। असम सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर कायम है और 10 सितंबर को एसआईटी (विशेष जांच दल) की विस्तृत जांच पूरी होने के बाद सारी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा, असम की जनता और पूरे देश को सच जानने का अधिकार है – और उन्हें पूरा सच मिलेगा। कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जनता यह भी नहीं भूलेगी और न ही माफ करेगी कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने एक खतरनाक समझौता कर चुके व्यक्ति को देश के सार्वजनिक जीवन में बढ़ावा देने का जानबूझकर प्रयास किया। गौरव गोगोई जैसे व्यक्ति को संसद में पार्टी का उपनेता बनाया गया और असम प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
