Uttar Pradesh

आईजीआरएस पर ‘असंतोष’ से भड़के कमिश्नर, सात अफसरों से मांगा जवाब

आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक

– बोले- शिकायतकर्ता से मिलिए, सिर्फ फाइल नहीं फील्ड देखिए

– शिकायतों पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं, जवाब नहीं तो तय होगी जवाबदेही

मीरजापुर, 27 मई (Udaipur Kiran) । जनता की शिकायत सिर्फ नंबर नहीं, सिस्टम की नब्ज है। इसी सख्त लेकिन संवेदनशील सोच के साथ विंध्याचल मंडल के आयुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी ने मंगलवार को अधिकारियों की जमकर क्लास ली। आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में आईजीआरएस पोर्टल पर आए असंतुष्ट फीडबैक को लेकर मंडलायुक्त ने सात अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा और सुधार न लाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। मंडलायुक्त ने कहा कि जो अधिकारी शिकायतकर्ता से संवाद नहीं कर रहे, वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। जल निगम के अधीक्षण अभियंता की अनुपस्थिति पर उन्होंने सीधा सवाल उठाया। वहीं उप श्रमायुक्त (डीएलसी), क्रीड़ा अधिकारी, लघु सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी (मिर्जापुर व सोनभद्र), नीडा परियोजना अधिकारी सोनभद्र को असंतोषजनक निस्तारण पर जवाब-तलब किया। निस्तारण से पहले संवाद जरूरी मंडलायुक्त ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतों का निस्तारण केवल कागजों पर नहीं, मौके पर जाकर, शिकायतकर्ता से संवाद कर, संतुष्टिपरक तरीके से हो। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि समाधान के बाद शिकायतकर्ता से संतुष्टि प्रमाण पत्र भी लिया जाए।

अच्छा काम करने वालों की भी पीठ थपथपाई जहां एक ओर लापरवाह अफसरों को चेतावनी दी गई, वहीं मंडलायुक्त ने सम्भागीय परिवहन अधिकारी, डीआईजी पुलिस, खाद्य सुरक्षा आयुक्त, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता, पंचायती राज और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें और प्रगति लाने को कहा।

राजस्व वाद पर विशेष अभियान के निर्देश राजस्व वादों की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने धारा 34, 24 और 116 के मामलों को अभियान चलाकर प्राथमिकता से निस्तारित करने का आदेश दिया। साथ ही स्वामित्व डैशबोर्ड, भू-अधिकार, पट्टा, पीएम आवास योजना, आय प्रमाण पत्र, नामांतरण और एंटी भू-माफिया अभियान की बिंदुवार समीक्षा कर हर बिंदु पर जवाबदेही तय की।

अंतिम चेतावनी, अगली बैठक तक श्रेणी सुधारे विभाग सी और डी ग्रेड वाले विभागों को स्पष्ट चेतावनी दी कि अगले चार दिनों में सुधार नहीं हुआ तो अगली बैठक में सिर्फ समीक्षा नहीं, सख्त कार्रवाई होगी। फाइलों के पीछे जनता की पीड़ा है। जवाब नहीं देंगे तो जवाबदेह बनेंगे। मंडलायुक्त के इस दो-टूक संदेश ने साफ कर दिया है कि मंडल में लापरवाही की अब कोई जगह नहीं।

(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा

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