Jammu & Kashmir

कांग्रेस ने पंडित जवाहर लाल नेहरू की 61वीं पुण्य तिथि मनाई

जम्मू, 27 मई (Udaipur Kiran) । देश के पहले प्रधान मंत्री और आधुनिक भारत के वास्तुकार पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनकी 61वीं पुण्य तिथि पर आज कांग्रेस मुख्यालय जम्मू में एक समारोह में याद किया गया। जिसकी अध्यक्षता पीसीसी अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने की और इसमें कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला के अलावा कई वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और पीसीसी, डीसीसी, ब्लॉक और फ्रंटल संगठनों के पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।

आधुनिक भारत के निर्माता महान स्वतंत्रता सेनानी और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के दिग्गज को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जेकेपीसीसी अध्यक्ष कर्रा ने कहा कि महात्मा गांधी के अलावा पूरी दुनिया नेहरू जी के दर्शन से प्रभावित है और कई तरह से उनका अनुसरण और सम्मान करने की कोशिश करती है लेकिन दुर्भाग्य से कुछ ताकतें हैं जो उनके दर्शन और विचारधारा से डरती हैं और हर मौके का इस्तेमाल देश के लिए उनके योगदान और उपलब्धियों और बलिदानों को खत्म करने के लिए करती हैं।

कर्रा ने कहा कि महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और कांग्रेस ने देश के विभाजन का विरोध किया और प्रतिरोध किया लेकिन कट्टरपंथी विचारधारा वाले अवसरवादी ताकतों ने देश के विभाजन का कारण बना दिया, जबकि विभाजन से पहले उन शक्तियों ने विभिन्न राज्यों में सत्ता साझा करने के लिए जिन्ना की मुस्लिम लीग से हाथ मिला लिया और इस प्रकार जिन्ना की मुस्लिम लीग के दो राष्ट्र सिद्धांत को मजबूत किया और समर्थन किया।

कर्रा ने आगे कहा कि वही ताकतें अब अति राष्ट्रवादी होने की कोशिश कर रही हैं और कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को उपदेश दे रही हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए वर्षों तक बलिदान दिया और जेलों में यातनाएं झेलीं। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू स्वतंत्रता आंदोलन के दिग्गजों में से एक थे और उन्होंने 10 साल से अधिक समय तक जेल में यातनाएं झेलीं।

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि पंडित नेहरू और उस समय के सभी दिग्गजों के स्वतंत्रता आंदोलन और आजादी के बाद के योगदान की विरासत और सच्चे इतिहास को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं के कंधों पर है।

(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता

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