शिमला, 27 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से राज्यव्यापी भूकंप मॉक अभ्यास का आयोजन किया जा रहा है। यह मॉक अभ्यास आगामी छह जून को हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों में उपमण्डल स्तर तक एक साथ आयोजित किया जाएगा। इसी अभ्यास के लिए मंगलवार काे सभी हितधारकों के लिए ओरियंटेशन एवं समन्वय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख सलाहकार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुधीर बहल ने वर्चुअल माध्यम से भूकंप पर आधारित मेगा मॉक अभ्यास की रूपरेखा एवं कार्य योजना पर विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यशाला में राज्य स्तर पर मौजूद अधिकारियों के अतिरिक्त जिलों के उपायुक्त, जिला आपदा प्रबंधन टीम के सदस्य तथा उपमंडल स्तर के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
सुधीर बहल ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए राज्य के विभिन्न विभागों, एजेंसियों एवं लोगों के बीच समन्वय और तत्परता को परखना तथा सुदृढ़ बनाना है। साथ ही मॉक अभ्यास के दौरान आपातकालीन सेवाओं की कार्य प्रणाली, राहत एवं बचाव कार्य और संसाधनों की उपलब्धता को व्यावहारिक रूप से भी जांचा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेगा मॉक अभ्यास के दृष्टिगत तीन जून को टेबल टॉप एक्सरसाइज की जायेगी। इसमें सभी संबंधित विभागों के प्रमुखों एवं नोडल अधिकारियों से राज्य स्तर पर स्वयं उपस्थिति सुनिश्चित बनाने को भी कहा गया है ताकि सम्बद्ध अधिकारी को भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान अपनी ड्यूटी की जानकारी रहे। उन्होंने कहा कि जिला तथा उपमंडल स्तर के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से इस टेबल टॉप एक्सरसाइज में शामिल होंगे।
सुधीर बहल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है तथा प्रदेश की लगभग 70 प्रतिशत आबादी भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील जोन चार व पांच के अंतर्गत आती हैं। इसके साथ-साथ प्रदेश अन्य तरह की प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से भी संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि अगर हम स्वयं इस मेगा मॉक अभ्यास के माध्यम से भूकंप से निपटने के लिए तैयार कर लेते हैं तो स्वतः अन्य प्राकृतिक आपदाओं के लिए भी तैयारी हो जाएगी। उन्होंने राज्यव्यापी भूकंप मेगा मॉक अभ्यास में सभी हितधारकों से अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाने का आह्वान किया ताकि इस मेगा मॉक अभ्यास के उद्देश्यों व लक्ष्यों हो हासिल किया जा सके।
निदेशक एवं विशेष सचिव (राजस्व-आपदा) डी.सी. राणा ने प्रदेश में आयोजित किए जा रहे भूकंप राज्यव्यापी मेगा मॉक अभ्यास के संदर्भ में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त प्रयासों से यह मेगा मॉक अभ्यास प्रदेश में आपदा प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस अभ्यास के माध्यम से प्रदेश अपनी तैयारियों की समीक्षा करने में सफल होगा तथा भूकंप सहित अन्य आपदाओं से निपटने की क्षमता को भी अधिक मजबूती मिलेगी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
