
जोधपुर, 27 मई (Udaipur Kiran) । बाइक चोरी के आरोप में जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। सोमवार रात तबीयत खराब होने पर उसे महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत बता दिया। वहीं मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
जेल अधीक्षक प्रदीप लखावत ने बताया कि विचाराधीन बंदी रावर कारपड़ा निवासी 31 वर्षीय नथमल पुत्र ढगलाराम को कापरड़ा से रातानाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद एक दूसरे मामले में गिरफ्तार करके अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 04, जोधपुर महानगर के आदेश से 24 मई को जेल में भेजा था। सोमवार रात अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे जेल डिस्पेंसरी में दिखाया गया। बाद में उसे महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में अब न्यायिक जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण हार्ट अटैक आने का अंदेशा जताया गया है। शव को एमजीएच में आज पोस्टमार्टम कराया गया।
मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया। उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया। मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजन, रिश्तेदार और ग्रामीण इकट्ठा हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने समय से गिरफ्तारी की सूचना भी नहीं दी। उसके बाद जेल प्रशासन ने भी लापरवाही बरती है, जिससे नथमल की मौत हो गई। परिजनों ने मामले को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके साथ ही उनका कहना है कि नथमल परिवार में इकलौता कमाने वाला था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में उन्हें मुआवजा भी दिया जाए।
बता दे कि उसे शहर के रातानाडा क्षेत्र में बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा गया था। उससे पुलिस ने गाड़ी को बरामद किया था। उसे पुलिस अभिरक्षा के बाद दो दिन पहले कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। रात को अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसे जेल डिस्पेंसरी से एमजीएच रैफर किया गया। बाद में उसकी मौत हो गई।
(Udaipur Kiran) / सतीश
