
मुंबई, 27 मई (Udaipur Kiran) । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मुंबई में कहा कि माधवबाग को धर्म और आरोग्य केंद्र बनना चाहिए। उन्होंने मातृभाषा के उपयोग को बढ़ावा देने, भगवद गीता और उपनिषद जैसे पवित्र ग्रंथों के लिए शिक्षण केंद्र विकसित करने, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए संजीवनी केंद्र की स्थापना करने और सांस्कृतिक जड़ों का जश्न मनाने और पोषण करने के लिए माधव संस्कृति केंद्र बनाने के अपने दृष्टिकोण पर भी जोर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज मुंबई में लक्ष्मीनारायण मंदिर की 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह ने कहा, मैं मुंबई में पैदा हुआ और यहीं पला-बढ़ा हूं और मुझे कई बार मंदिर की आरती में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। मेरी तीन बहनों की शादी माधवबाग में हुई थी, इसलिए यह एक ऐसा स्थान है, जो हमारे परिवार के लिए गहरा भावनात्मक महत्व रखता है। लक्ष्मीनारायण की मूर्ति बचपन से ही मेरी यादों में बसी हुई है, जिसे मैं श्रद्धा के साथ देखता हुआ बड़ा हुआ हूं। उन्होंने कहा, यह केवल उन लोगों की दूरदर्शिता और समर्पण के कारण है, जिन्होंने पहले के समय में मंदिर में निवेश किया था कि हम आज भी इन परंपराओं को इतनी खूबसूरती से जारी रख पा रहे हैं।
शाह ने कहा, ये विचार इस स्थान को एक जीवंत सामुदायिक केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद कर सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि माधवबाग के ट्रस्टी इस दृष्टि पर विचार करेंगे और भविष्य के लिए इसकी संभावनाओं का पता लगाएंगे। शाह ने ऐतिहासिक मंदिर की 150वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान पारंपरिक आरती की। अमित शाह ने कहा, मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 11 साल पूरे कर लिए हैं। गुजरात का बेटा देश के विकास, आर्थिक वृद्धि और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
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(Udaipur Kiran) यादव
