
गुवाहाटी, 27 मई (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में उग्रवादी संगठनों को अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री पहुंचाने के मामले में मिजाेरम के तीन लोगों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है।
एनआईए के आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि आरोपितों की पहचान वनलालदैलोवा, लालमुआनपुइया और लालरिनचुंगा उर्फ अल्बर्ट के रूप में हुई है। इन्हें 6 दिसंबर, 2024 को उनके आवासों पर की गई तलाशी कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया था, जिसमें भारी मात्रा में अवैध हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी।
एनआईए की जांच में सामने आया है कि ये तीनों आरोपित अवैध हथियार नेटवर्क का सक्रिय हिस्सा थे और मणिपुर में चल रही जातीय हिंसा को बढ़ावा देने में इनकी अहम भूमिका रही। इनकी ओर से सप्लाई किए गए हथियार कथित तौर पर कई उग्रवादी संगठनों को दिए गए, जो हिंसा प्रभावित इलाकों में सक्रिय हैं।
जांच एजेंसी ने कहा कि आरोपितों की गतिविधियों ने न केवल क्षेत्र में तनाव बढ़ाया बल्कि, शांति बहाली की कोशिशों को भी नुकसान पहुंचाया।
एनआईए ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की है। एजेंसी ने पूर्वोत्तर भारत में संगठित अपराध और उग्रवाद से जुड़ी गतिविधियों को खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
