
– ड्रॉपआउट बच्चों के कराये जाएंगे पुन: दाखिले, खेल सुविधाओं और निशुल्क संसाधनों की व्यवस्था पर दिया जायेगा विशेष ध्यान
इंदौर, 26 मई (Udaipur Kiran) । कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार को एक बैठक में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों एवं शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिले की शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, तकनीकी रूप से सशक्त और समावेशी बनाने के उद्देश्य से अनेक महत्वपूर्ण निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को शिक्षा मिले वह उसका अधिकार है। सभी बच्चों को स्कूल में अनिवार्य रूप से प्रवेशित कराया जाये। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहे। शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे और समय से स्कूल से प्रस्थान करें। पाठ्यक्रम समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार पूरा करें। शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। हर बच्चे को नि:शुल्क गणवेश, पाठ्य पुस्तक और पात्र सभी बच्चों को साइकिल अनिवार्य रूप से मिले।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों एवं शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की।
शिक्षकों की उपस्थिति अब ऑनलाइन होगी दर्ज
बैठक में बताया गया कि अब शासकीय विद्यालयों के सभी शिक्षकों की उपस्थिति ‘सार्थक एप’ के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। शिक्षक अपने स्कूल आने और स्कूल से प्रस्थान का समय इस एप पर अंकित करेंगे। इस डिजिटल प्रक्रिया से न केवल उपस्थिति की निगरानी बेहतर होगी, बल्कि शिक्षकों की जवाबदेही भी सुनिश्चित हो सकेगी। बताया गया कि शिक्षकों के पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और सभी संबंधित अधिकारियों को इस कार्य को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही वेतन आहरित होगा।
ड्रॉपआउट बच्चों पर विशेष ध्यान, हर बच्चा पहुंचे स्कूल
कलेक्टर आशीष सिंह ने विद्यालय से बाहर हुए (ड्रॉपआउट) बच्चों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चे को स्कूल में लौटाने का कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी ड्रॉपआउट बच्चों को चिन्हित कर उनका शीघ्रतम पुनः नामांकन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा, हर बच्चा शिक्षित हो, यह हमारा संकल्प है। यदि कोई बच्चा स्कूल से वंचित है, तो यह हमारी प्रणाली की जिम्मेदारी है कि उसे वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
शत प्रतिशत बच्चों की हो मैपिंग
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एजुकेशन पोर्टल पर कक्षा एक से आठवीं तक के सभी बच्चों के नामांकन की मैपिंग अनिवार्य रूप से की जाए। समीक्षा में पाया गया की कक्षा एक के बच्चों की मैपिंग कम हुई है। मैंपिंग के कार्य में गति लाने के निर्देश दिए गए।
खेल सुविधाओं का विस्तार, विशेष ध्यान बालिकाओं के होस्टल पर
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों सहित अन्य सरकारी छात्रावासों में खेल सुविधाओं का व्यापक विकास किया जाएगा। इससे छात्राओं के मानसिक और शारीरिक विकास में मदद मिलेगी और वे खेलों में भी उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगी।
गणवेश, पाठ्य पुस्तक सहित अन्य निशुल्क संसाधनों का वितरण समय पर हो
कलेक्टर आशीष सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि सभी पात्र विद्यार्थियों को समय पर निशुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश और साइकिलें प्रदान की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी विद्यार्थी को इन आवश्यक संसाधनों से वंचित न रखा जाए । विशेषकर दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए साइकिल वितरण की योजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी पात्र छात्र-छात्राओं को योजनाओं का लाभ समय पर और पूर्ण रूप से मिले।
(Udaipur Kiran) तोमर
