Jammu & Kashmir

भाजपा की उच्च स्तरीय समिति ने सीमा पर हुए नुकसान का आकलन कर बंकर, नौकरियां और मुआवजे की सिफारिश की

भाजपा की उच्च स्तरीय समिति ने सीमा पर हुए नुकसान का आकलन कर बंकर, नौकरियां और  मुआवजे की सिफारिश की

जम्मू, 26 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की एक उच्च स्तरीय समिति ने गोलाबारी से प्रभावित गांवों का दौरा किया और जान-माल के नुकसान का आकलन किया तथा पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों के नुकसान और चल रहे राहत प्रयासों के बारे में पार्टी के आकलन की रूपरेखा प्रस्तुत की।

यह बात विपक्ष के नेता और जम्मू-कश्मीर भाजपा के महासचिव सुनील शर्मा ने कही। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और विधायक डॉ. नरिंदर सिंह, भाजपा के उपाध्यक्ष और विधायक शाम लाल शर्मा और जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता और विधायक एडवोकेट आरएस पठानिया भी थे। वे जम्मू के त्रिकुटा नगर स्थित पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ​​भी मौजूद थे।

सुनील शर्मा ने पहलगाम में हुए अमानवीय पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले पर गहरा दुख और निंदा व्यक्त की जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए। यह हमला विशेष रूप से परेशान करने वाला था क्योंकि आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पहचान करने के बाद परिवार के पुरुष सदस्यों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि यह जघन्य कृत्य पिछले 36 वर्षों के आतंकवाद में जम्मू-कश्मीर में किए गए सबसे भयावह आतंकी अपराधों में से एक है।

पहलगाम हमले के दृढ़ और रणनीतिक जवाब में भारतीय सुरक्षा बलों ने 6 और 7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। सुनील शर्मा ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन को सावधानीपूर्वक गैर-एस्केलेटरी, गैर-नागरिक और गैर-सैन्य प्रकृति का बनाया गया था, जिसका उद्देश्य विशेष रूप से आतंकवादी ढांचे को बेअसर करना था।इस अभियान में 100 से अधिक आतंकवादियों का सफाया हुआ और नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।

अभियान की लक्षित और नियंत्रित प्रकृति के बावजूद, पाकिस्तानी सेना ने बिना सोचे-समझे जवाबी कार्रवाई की और सीमा पर नागरिक क्षेत्रों पर अंधाधुंध गोलाबारी की। इससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ, घरों, पशुओं और कृषि संपत्तियों का विनाश हुआ।

पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण नागरिक नुकसान और क्षति की सीमा का आकलन करने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा एक समिति गठित की गई थी जिसमे सुनील शर्मा, डॉ. नरिंदर सिंह, शाम लाल शर्मा, डॉ. देविंदर कुमार मन्याल और एडवोकेट आर.एस. पठानिया शामिल थे। समिति ने हीरानगर, सुचेतगढ़, अरनिया, आरएस पुरा, छंब, पल्लनवाला, अखनूर, राजौरी, नौशेरा, पुंछ, मेंढर, सुरनकोट, उरी और तंगधार सहित सभी प्रमुख प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।

उनके निष्कर्षों में पुंछ में 14 नागरिक मौतें, राजौरी में 2, उरी और नगरोटा में 1-1 नागरिक मौतें शामिल थीं जबकि कईल और लोगों की भी जान चली गई। पुंछ में 690 घर, उरी में 534 और कुल मिलाकर 1,500 से 2,000 से ज़्यादा घर प्रभावित हुए, जिससे संपत्ति को व्यापक नुकसान हुआ।

सुनील शर्मा ने बताया कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को प्रमुख मांगें सौंपी, जिनमें नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक बंकरों का तत्काल निर्माण, गोलाबारी के कारण किसी सदस्य को खोने वाले परिवारों के लिए सरकारी नौकरी, एसडीआरएफ मानदंडों के तहत ₹1.2 लाख की मौजूदा सीमा से परे क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवज़ा बढ़ाना शामिल था।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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