
आजीविका मे एक माध्यम और जुड़ा
वाराणसी, 26 मई (Udaipur Kiran) । ग्रामीण अंचल के महिलाओं को आजीविका देने के साथ उन्हें हुनरमंद बनाने के लिए समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने पहल की है। केन्द्र में सोमवार को आयोजित कार्यशाला में सिंगर इंडिया लिमिटेड से आए विशेषज्ञों ने महिलाओं को डिजिटल सिलाई मशीन के कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें ऑटोमेटिक सिलाई मशीन के प्रयोग के लिए प्रशिक्षित किया।
राधे श्याम गोड और रहबर अंसारी ने कार्य की बारिकियों को बताया। केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉ आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि संस्था महिला सशक्तिकरण की दिशा में पिछले 44 वर्षों से कार्य कर रहा है। केंद्र में सिलाई का प्रशिक्षण महिलाओं एवं बहनों को दिया जाता है। जिसके कारण उनके आजीविका में एक माध्यम और जुड़ जाता है।
केंद्र के प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ बी पी सिंह ने अतिथियों स्वागत करते हुए बताया कि डिजिटल क्रांति ने हमारे जीवन मे अनेकों बदलाव लाए हैं। इससे हमारे लिए रोजगार के साधन आसान हुए है। थोड़े से प्रयास से ही हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
