
यमुनानगर, 26 मई (Udaipur Kiran) । बल्लारपुर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (श्रीगोपाल पेपर मिल) कर्मियों के 200 क्वार्टर कॉलोनी में जिला प्रशासन की टीमें भारी पुलिस बल के साथ कब्जा हटाने की कार्रवाई करने पहुंची। वहां रह रहे लोगों के भारी विरोध के बाद प्रशासन को खाली हाथ लौटना पड़ा। स्थानीय महिलाओं ने पुलिस पर मकानों के दरवाजे, खिड़कियां तोड़ने और उनके घरेलू सामान को फेंकने के आरोप लगाए।
स्थानीय महिलाओं ने सोमवार को बताया कि आज भारी पुलिस बल के साथ जिले के अधिकारी आए थे और उन्होंने बिना नोटिस दिए मकानों को खाली करवाने का प्रयास किया। जबकि ड्यूटी मेंजिस्ट्रेट अमित सिंह को पता है कि आज न्यायालय में दोपहर बाद केस के स्टे की तारीख है। आज से पहले भी यें जबरन हमें घरों से निकालने का प्रयास कर चुके है। हालांकि कुछ घंटों के बाद प्रशासन की टीमें पुलिस बल सहित वापिस खाली हाथ लौट गई।
स्थानीय महिला आरती ने बताया कि उसके परिवार की पांचवीं पीढ़ी 85 वर्षों से यहां पर रह रही है। इन्होंने कोई नोटिस नहीं दिया न लेकर आये। प्रशासन की इस कार्रवाई में भारी पुलिस बल के साथ तहसीलदार अमित कुमार, शहर यमुनानगर पुलिस थाना प्रभारी व अतिरिक्त हरियाणा पुलिस बल शामिल था।
निवासियों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल अमानवीय है बल्कि उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन भी है।
प्रभावित परिवारों में वीना रानी, भारती देवी, अमित कुमार व अन्य ने बताया कि उन्होंने कई वर्षों से इन क्वार्टरों में निवास किया है और प्रशासन द्वारा की गई इस अचानक कार्रवाई ने उन्हें असहाय कर दिया है। कई बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के सड़कों पर आ गए।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए मांग की है कि जब तक कोर्ट का अंतिम निर्णय नहीं आता, तब तक किसी भी प्रकार की ज़बरदस्ती न की जाए। उन्होंने उच्च अधिकारियों से इस कार्रवाई की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
