Delhi

सांसद खंडेलवाल ने कहा- रामलीला हमारी सांस्कृतिक धरोहर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद प्रवीण खंडेलवाल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद प्रवीण खंडेलवाल

-इस बार राम जन्म के साथ सीता जन्म का भी मंचन

नई दिल्ली, 23 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने शुक्रवार को कहा कि इसबार दिल्ली में रामलीला के बेहतर संचालन के लिए 11 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। ये कमेटी सरकार के सभी विभागों से समन्वय स्थापित करके मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनवाएगी। यह भी तय किया गया है कि नई दिल्ली में रामलीला महासंघ के नेतृत्व में रामायण पर रिसर्च सेंटर भी बनेगा, ताकि भगवान राम पर शोध के साथ-साथ लोगों को उनसे जुड़े कुछ अनजान पहलू भी पता चले।

आगामी रामलीला उत्सव को भव्य, व्यवस्थित एवं बिना किसी प्रशासनिक अड़चनों के संपन्न कराने के लिए आज कंस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में बतौर मुख्‍य अतिथ‍ि भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने यह बात कही।

राजधानी नई दिल्ली के रामलीला संगठनों के मुख्य संगठन श्री रामलीला महासंघ ने बैठक बुलाई थी। बैठक में चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल विशेष अतिथि शामिल हुए, जबकि दिल्ली सरकार, एमसीडी, डीडीए, दिल्ली पुलिस, बिजली विभाग, जल बोर्ड सहित 18 संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने की तथा संचालन सुभाष गोयल ने किया। बैठक में दिल्ली की विभिन्न रामलीला संगठनों के 200 के लगभग प्रतिनिधि मौजूद थे। इस बैठक में देश के प्रमुख कथावाचक एवं संत अजय भाई जी भी उपस्थित रहे।

बैठक को संबोधित करते हुए सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की प्रभु श्री राम भारतवासियों के आराध्यदेव हैं। रामलीला हमारे धर्म, संस्कृति और विरासत का प्रतीक है। ऐसे में यह आवश्यक है कि रामलीला उत्सव को प्रत्येक स्तर पर प्रोत्साहित किया जाए और ऐसे पावन आयोजन में बाधा डालने वाली कोई भी प्रशासनिक जटिलता को समय रहते दूर किया जाए।

इस अवसर पर अजय भाई ने सुझाव दिया कि दिल्ली में एक रामायण शोध संस्थान स्थापित किया जाए, जिसमें प्रभु श्री राम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर लगातार शोध होता रहे। वहीं, उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इस बार रामलीलाओं में राम जन्म के साथ सीता जन्म का भी मंचन हो। दोनों प्रस्तावों को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। इस बार रामलीलाओं में भारत की सेनाओं के शौर्य एवं वीरता की झांकियां भी होंगी। रामलीलाओं के आयोजन को लेकर विभिन्न सरकारी विभागों के साथ समन्वय करने हेतु अर्जुन कुमार के नेतृत्व में एक 11 सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया।

एक अनुमान के अनुसार दिल्ली में छोटी-बड़ी लगभग 500 से अधिक रामलीलाएं होती हैं जिनमें सभी बड़ी रामलीलाएँ मुख्य रूप से चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आयोजित की जाती है। इस वर्ष रामलीला उत्सव 22 सितंबर से 3 अक्‍टूबर तक चलेगा तथा दिल्ली सहित देशभर में दशहरा 2 अक्तूबर को मनाया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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