
अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर होगा औरैया का मेडिकल कॉलेज : योगी आदित्यनाथमुख्यमंत्री ने पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान 2025 के अंतर्गत संगोष्ठी को किया संबोधित
लखनऊ, 22 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कार्यकर्ता महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा समाज के प्रति किए योगदान और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाएं। महापुरुषों को जाति, मत या मजहब के आधार पर बांटा नहीं जा सकता। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अगले 10 दिनों तक जन-जन तक जाकर माता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान के बारे में बताएं। देशभर में 21 से 31 मई तक अहिल्याबाई होल्कर के सम्मान में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वह गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान के अंतर्गत एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने महापुरुषों को जाति, मत व मजहब के आधार विभाजित करने का प्रयास किया। विशेष रूप से समाजवादी पार्टी के शासनकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि औरैया में माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर स्थापित डिग्री कॉलेज का नाम बदल दिया गया। उन्होंने घोषणा की कि वर्तमान सरकार ने औरैया के मेडिकल कॉलेज का नाम माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने माता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को हुआ था। छोटी उम्र में विवाह के बावजूद उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और 1725 से 1795 तक अपने 70 वर्ष के जीवनकाल में आदर्श शासन व्यवस्था स्थापित की। उन्होंने किसानों, नौजवानों, कारीगरों, हस्तशिल्पियों और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। मुख्यमंत्री ने औरंगजेब और बाबर के समय में तोड़े गए मंदिरों के पुनरोद्धार का जिक्र करते हुए कहा कि अहिल्याबाई ने मालवा राज से बाहर निकलकर पशुपतिनाथ, रामेश्वर, महाकाल, काशी विश्वनाथ, सोमनाथ और बंगाल तक के मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। बनारस की तरह माहिष्मति की साड़ियां और नर्मदा घाट की भव्यता आज भी उनके शासन की गवाही देती है।
प्रदेश में बनेंगे अहिल्याबाई के नाम पर सात हास्टल मुख्यमंत्री ने अहिल्याबाई होल्कर को नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही थीं, तब भारत में वह एक आदर्श शासन व्यवस्था चला रही थीं। प्रदेश में सात वर्किंग विमेन हॉस्टल अहिल्याबाई के नाम पर बनाए जा रहे हैं। साथ ही नारी वंदन अधिनियम और शासन की अन्य योजनाओं के माध्यम से नारी शक्ति के सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पीएसी की तीन बटालियनों का नाम अवंती बाई, झलकारी बाई और वीरांगना उदा देवी के नाम पर रखा है, जो नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक हैं।
सदाचार से होता है सकारात्मक ऊर्जा का संचार
उन्होंने कहा कि जहां सदाचार और सद्बुद्धि है, वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सकारात्मक ऊर्जा की सराहना करते हुए उन्होंन बताया कि इससे देश के 140 करोड़ लोग प्रेरित हो रहे हैं। वर्ष 2014 से पहले की सरकार द्वारा राम और कृष्ण को काल्पनिक बताया गया। रामसेतु को तोड़ने की कोशिश की गई और भ्रष्टाचार, अविश्वास, अराजकता व राजनीतिक षड्यंत्र का बोलबाला था। वहीं मोदी सरकार ने ‘नेशन फर्स्ट’ का भाव पैदा किया, जिसके परिणामस्वरूप आज भारत गर्व के साथ नई ऊंचाइयों को छू रहा है। नया भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई छेड़ता है तो उसे छोड़ता भी नहीं। ऑपरेशन सिंदूर इसका जीवंत उदाहरण है।
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, प्रदेश सरकार में मंत्री अजीत पाल, कार्यक्रम के संयोजक संजय राय सहित प्रदेश सरकार के मंत्रीगण और बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला
