
– सीडीओ बोले- अब देहात की दीदियां भी करेंगी ऑनलाइन कारोबार
– ग्रामीण भारत में जागी आत्मनिर्भरता, डिजिटल भारत की असली तस्वीर यहीं से बनेगी
मीरजापुर, 22 मई (Udaipur Kiran) । कभी हाट-बाजार तक सीमित थे, अब हाथों में है स्मार्टफोन और नजरें ई-कॉमर्स पर। फ्लिपकार्ट समर्थ कैंप ने कुछ ऐसा ही नजारा पेश किया। पथरहिया स्थित विकास भवन के ऑडिटोरियम में गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस कैंप में ओडीओपी से जुड़े कारीगरों, महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को फ्लिपकार्ट पर अपने उत्पाद बेचने की बारीकियों से अवगत कराया गया। संदेश साफ है- मिर्जापुर अब केवल बनाता नहीं, बेचता भी है… और वो भी ऑनलाइन। यह कैंप नहीं, एक नई शुरुआत थी गांव की मेहनत को ग्लोबल बाजार से जोड़ने की।
देहात की दीदियों को मिला डिजिटल मंच
कार्यक्रम की सबसे प्रेरक झलक रही पटेहरा गांव से आईं कलुई, जो पूरी तरह अनपढ़ हैं, लेकिन अपने हाथ से बने पंखों को लेकर कैंप में पहुंचीं। उन्होंने जब पूरे आत्मविश्वास से कहा- अब मैं भी अपने पंखे ऑनलाइन बेचूंगी तो सभागार तालियों से गूंज उठा। कलुई जैसी दर्जनों महिलाएं जो अब तक स्थानीय बाजार तक ही सीमित थीं, अब डिजिटल भारत की कारोबारी बनकर सामने आ रही हैं।
मसाले से लेकर सेनेटरी नैपकिन तक, हर उत्पाद का मिलेगा ऑनलाइन ग्राहक
कैंप में भाग लेने वाले उद्यमियों ने मसाला पैकिंग, एलईडी बल्ब निर्माण, फ्लोर और टॉयलेट क्लीनर से लेकर विंध्य ब्रांड के सेनेटरी नैपकिन तक के उत्पादों की प्रस्तुति दी।
मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि आज जो महिलाएं अपने उत्पाद कम दामों पर बेचती हैं, वही उत्पाद फ्लिपकार्ट जैसे पोर्टल पर दोगुने-तीन गुने दामों में बिक सकते हैं। इससे न सिर्फ आय बढ़ेगी, बल्कि आत्मविश्वास और पहचान भी मिलेगी।
20 से ज्यादा उद्यमियों ने किया रजिस्ट्रेशन
फ्लिपकार्ट की टीम ने सभी प्रतिभागियों को पोर्टल पर सेलर रजिस्ट्रेशन, उत्पाद अपलोड, पैकेजिंग, पेमेंट सिस्टम और ग्राहक सेवा जैसे पहलुओं की जानकारी दी। 20 से अधिक लोगों ने मौके पर ही फ्लिपकार्ट पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया। यानी अब मीरजापुर के कारीगर सीधे देशभर के ग्राहकों तक पहुंच सकेंगे।
सीख और सुझाव
सेनेटरी नैपकिन समूह को मुख्य विकास अधिकारी ने सुझाव दिया कि वे स्कूल-कॉलेज और कस्तूरबा विद्यालयों में उत्पादों के बॉक्स लगाकर बिक्री बढ़ा सकते हैं। पोस्टर, होर्डिंग और सोशल मीडिया के जरिए भी प्रचार-प्रसार की सलाह दी।
देश-दुनिया के घरों तक पहुंचेंगे मीरजापुर के उत्पाद
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अगर एक अनपढ़ महिला भी डिजिटल दुनिया से जुड़ने को उत्साहित है तो यह बदलाव की सबसे बड़ी मिसाल है। यह सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि ग्रामीण आत्मनिर्भरता की क्रांति है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में मीरजापुर के उत्पाद गांवों की गलियों से निकलकर देश-दुनिया के घरों तक पहुंचेंगे। इस अवसर पर संयुक्त उद्योग अधिकारी वीरेंद्र कुमार, टीसीएनआरएलएम प्रतिनिधि, पीओ नोएडा राजीव कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और ओडीओपी टूलकिट योजना की भी जानकारी दी गई।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
